वाराणसी (रोहनिया)। कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली वेटलिफ्टर पूनम यादव पर हमला हुआ है। यह हमला वाराणसी में हुआ जिसके बाद पूनम व उनके साथियों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के मुंगवार गाव निवासी एक पक्ष मिट्ठू यादव व कैलाश यादव तथा दूसरे पक्ष के लुल्लुर यादव के बीच काफी पुराना एक जमीन का विवाद चला आ रहा है। जिस संदर्भ में शनिवार सुबह करीब आठ बजे दोनों पक्षों में विवाद हुआ था जिसकी सूचना पर 100 नम्बर की पुलिस ने पहुच कर दोनों पक्षों को समझा बुझाकर वापस चली गई।
जानकारी के अनुसार एक पक्ष लुल्लुर यादव का आरोप है कि विपक्षी मिट्ठू यादव के यहां गोल्डेन गर्ल पूनम यादव की बुआ मंजू यादव हैं। सुबह विवाद की जानकारी मिट्ठू यादव के परिजनों ने पूनम को दी जिसके बाद पूनम अपने परिवारजनों व कुछ अन्य लोगों के साथ गांव में लुल्लुर यादव के घर पहुंची।
आरोप है कि गांव प्रधान और उसके साथियों ने लुल्लुर के घर जो भी लोग मिले उन्हें मारना पीटना शुरू कर दिया। जिसकी जानकारी होने पर गाव वाले इकट्ठा होकर पूनम के साथ आए लोगों पर ईट पत्थर लाठी से हमला कर दिए। जिसमें पूनम के पक्ष के भी कुछ लोग घायल हो गए इस बीच पूनम यादव ने भागकर अपनी जान बचाई।
पूनम को कोई चोट नहीं आई है किंतु पूनम के पक्ष के लोगों की मौके पर पड़ी चार बाइक को ग्रामीणों ने तोड़ डाला जिसमे एक स्कूटी पूनम यादव के नेम प्लेट की भी थी। ग्रामीणों के हमलावर होने से घबराए पूनम के साथ आए लोग किसी तरह चार पहिया वाहन से भाग कर जान बचाई।
पूनम की सूचना पर मौके पर पहुंची रोहनिया पुलिस ने किसी तरह पूनम को अपनी सुरक्षा में गाव से सकुशल निकाला वही दूसरी ओर पूनम के पक्ष में उनके चाचा दयाराम यादव व पूनम के पिता कैलाश यादव का कहना है कि गोल्ड मेडल जीतने के बाद उससे मिलने मुंगवार निवासी उसकी बुआ मंजू यादव घर नहीं आ सकी थीं। जिस पर उसकी बुआ ने अपने घर पूनम को बुलाया था।
जिस वजह से ही पूनम आज अपने परिवार के अन्य लोगों के साथ शनिवार दिन में करीब 10 बजे अपने बुआ से मिलकर लौट रही थी तभी आज सुबह हुए झगडे़ से खुन्नस खाये लुल्लुर यादव के पक्ष के लोग अपने दरवाजे पर पहले से लामबंद होकर बैठे थे वहीं गाव के प्रधान पति श्री प्रकाश यादव भी मौजूद थे। उनके ललकारने पर सभी पूनम यादव व उनके साथ के अन्य लोगों पर हमला कर दिया।
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