सिलीकॉन वैली। आमतौर पर माना जाता है कि कंपनियां तब तक ही अपने कर्मचारियों की परवाह करती हैं, जब तक कि वे उसके काम के होते हैं। लेकिन गूगल की बात अलग है। दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल न केवल अपनी कर्मचारियों की फिक्र करती है, बल्कि किसी कर्मचारी की मृत्यु पर उसके परिवार की पूरी जिम्मेदारी भी निभाती है। जानिए इसी बारे में -
- गूगल ने अपने कर्मचारियों के लिए 'डेथ बेनिफिट्स' तय कर रखे हैं और कहा जाता है कि इसके जरिए कंपनी अपने कर्मचारियों के परिवारों को वे सुविधाएं देती हैं, जो कई कंपनियों के जिंदा कर्मचारियों को नहीं मिलती।
- यदि कोई व्यक्ति गूगल में काम करते हुए मृत्यु को प्राप्त हो जाता है, तो कंपनी अगले 10 साल तक उसकी पत्नी या पार्टनर को आधी तनख्वाह घर बैठे पहुंचाती है।
- फॉर्ब्स मैग्जीन को दिए एक साक्षात्कार में गूगल के चीफ पीपुल ऑफिसर लेसजोल बोक ने कहा है कि इसके अलावा उस कर्मचारी के हर बच्चे को 19 साल की उम्र तक 1000 डॉलर प्रति माह की राशि का भुगतान किया जाएगा।
- गूगल की यह सुविधा सभी कर्मचारियों के लिए है, चाहे कोई 1 साल पहले नियुक्त हुआ हो या 20 साल से सेवाएं दे रहा हो। आपको यह जानकार भी आश्चर्य होगा कि आज गूगल के सबसे सीनियर कर्मचारी की उम्र 83 साल है।
- लेसजोल के मुताबिक, गूगल अपने हर कर्मचारी की वेल्यू समझती है। उसके जीवित रहते तो तमाम सुविधाएं दी ही जाती हैं, लेकिन उसके मरने के बाद कर्मचारी पीड़ित परिवार के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी समझती है।
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