मध्यप्रदेश में सूखे का डर नहीं, भोपाल इंदौर में अच्छी बारिश के आसार- स्काईमेट का मानसून अनुमान
Thu, Apr 5, 2018 8:05 PM
नई दिल्ली/भोपाल. कृषि और उद्योग जगत के लिए अच्छी खबर है। देश में इस साल सूखा पड़ने के बिल्कुल आसार नहीं हैं। बल्कि जून से सितंबर के बीच मानसून के चार महीने के दौरान 887 एमएम तक बारिश होने की संभावना है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने बुधवार को जारी मानसून के पूर्वानुमान में यह दावा किया है। इसके अनुसार मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इस बार अच्छी बारिश होगी। अच्छी का मतलब सामान्य से ज्यादा। मानसून में देश में दीर्घकालिक औसत (एलपीए) के मुकाबले 100% बारिश होने का अनुमान है। यह 5% कम या ज्यादा रह सकती है। सामान्य बारिश का असर जीडीपी पर पड़ेगा।
इन क्षेत्रों में हो सकती है भारी बारिश
मध्य भारत में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रायपुर, मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश की उम्मीद है। यानी इन जगह मानसून अच्छा रहेगा। वहीं, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत जैसे शहरों में सामान्य बारिश हो सकती है।
ऐसे समझें... कितने फीसदी संभावना और उससे कितनी बारिश होगी
- 5% संभावना अत्यधिक यानी एलपीए से 110% से अधिक बारिश की है।
- 20% संभावना सामान्य से अधिक यानी एलपीए से 105% से 110% तक बारिश की।
- 55% संभावना सामान्य यानी एलपीए से 96% से 104% अधिक बारिश की।
- 20% संभावना सामान्य से कम।
- सूखा यानी एलपीए से 90% कम बारिश की संभावना बिल्कुल नहीं।
देश के किस हिस्से में कैसी रहेगी बारिश:
- उत्तर भारत के कई इलाकों में सामान्य से ज्यादा या भारी बारिश की संभावना:
वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, शिमला, मनाली, देहरादून, श्रीनगर सहित पूर्वी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू और कश्मीर के इलाकों में सामान्य से ज्यादा बारिश की उम्मीद है। यहां भारी बारिश की भी संभावना है। वहीं, दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़, आगरा, जयपुर और जोधपुर के इलाकों में सामान्य बारिश की ही उम्मीद है।
- दक्षिण भारत में इस बार कम रहेगी बारिश
चेन्नई, बेंगलुरू, तिरुवनंतपुरम, कन्नूर, कोझिकोड, हैदराबाद, कर्नाटक के तटीय इलाकों में विजयवाड़ा, विशाखापट्टनम में मानसून सामान्य या सामान्य से कुछ कम रह सकता है।
जून में सबसे ज्यादा बारिश, अगस्त में सामान्य रहेगी
जून और सितंबर में देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है। जुलाई और अगस्त में बारिश कुछ कम रह सकती है, लेकिन वह भी सामान्य के आसपास ही होगी। जून में एलपीए की 111%, जुलाई में 97%, अगस्त में 96% और सितंबर में 101% बारिश होने का अनुमान है।
देश में पिछले मानसून में सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश
- स्काईमेट के पूर्वानुमानों में 20% संभावना तो बारिश सामान्य से ज्यादा होने की है। हालांकि, दक्षिणी प्रायद्वीप व पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में बारिश सामान्य से कम रहने की आशंका जताई गई है।
- पूर्वी भारत, खासकर बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिमी बंगाल में भी अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है। इस बार मानसून समय पर आने की उम्मीद है। भारत का मौसम विभाग भी जल्द ही मानसून को लेकर - पूर्वानुमान जारी करने वाला है। उल्लेखनीय है कि देश में पिछले मानसून में 841 एमएम बारिश हुई थी, जो कि सामान्य से पांच फीसदी कम है। देश के 91 जलाशयों में इस साल मार्च में ही पानी का स्तर 36% रह गया है।
मानसून पर किसी नकारात्मक असर की आशंका नहीं
स्काइमेट के अनुसार ला नीना का कमजोर होना आैर प्रशांत महासागर का गर्म होना सामान्य से अधिक बारिश की संभावना को खारिज करते हैं। इसके अलावा नीनो इंडेक्स और तटस्थ इंडियन अोशन डायपोल (आईओडी) के भी मानसून पर किसी नकारात्मक असर की आशंका नहीं है।
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