वॉशिंगटन. फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने एपल के सीईओ टिम कुक को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कुक की ओर से हाल ही में उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि फेसबुक सिर्फ अमीरों के लिए नहीं है। अगर इसकी सर्विसेज के लिए यूजर्स से शुल्क लेने लगे तो यह बोझ हर कोई नहीं उठा पाएगा। इसके साथ ही जकरबर्ग ने अपने विज्ञापन पर आधारित बिजनेस मॉडल का बचाव भी किया।
क्या कहा जकरबर्ग ने?
- उन्होंने कहा, "यहां हकीकत ये है कि अगर आप एक ऐसी सेवा तैयार करते हैं, जो दुनिया में हर एक को जोड़ती है, तब ऐसे कई लोग होते हैं जो पैसा नहीं चुका सकते।"
- जकरबर्ग सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा कि विज्ञापन आधारित बिजनेस मॉडल एक तरीका है, क्योंकि अगर फेसबुक अपनी सेवाओं के लिए शुल्क लगाने लगे तो सभी यह बोझ नहीं उठा सकेंगे।
कुक ने क्या कहा था?
- "फेसबुक की डेटा कलेक्शन तकनीकें खराब हैं, जिसमें यूजर्स से बहुत सारी पर्सनल जानकारियां ली जाती हैं और उनको जमाकर एडवर्टाइजर्स को बेचा जाता है।"
- "अगर हम भी अपने कंस्टमर्स की जानकारियों को ऐसे भुनाने लगें तो काफी पैसा कमा सकते हैं, लेकिन हम ऐसा कभी नहीं करेंगे।"
फेसबुक डेटा लीक पर टिम कुक का जकरबर्ग पर तंज, कहा- मेरी ऐसी हालत नहीं होगी
फेसबुक डेटा लीक मामला क्या है?
- आरोप है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल हुआ। इस चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे।
- जकरबर्ग ने इस मामले में गलती मानते हुए फेसबुक यूजर्स से माफी मांगी थी।
तीन साल पहले भी भिड़ चुके हैं कुक-जकरबर्ग
- 2015 में टिम कुक ने सिलिकॉन वैली की उन कंपनियों की आलोचना की थी जो लोगों को फ्री सर्विस देने का लालच देती हैं, लेकिन वास्तव में वे इसकी कीमत उनके पर्सनल डेटा को बेचकर वसूलती हैं। उनका सीधा इशारा फेसबुक की तरफ था।
- कुक के इस कमेंट का जवाब देते हुए जकरबर्ग ने कहा था कि एपल अपने ग्राहकों के हितों को नजरअंदाज करती है। अगर एपल को अपने ग्राहकों की फिक्र होती तो वे अपने प्रॉडक्ट्स इतने महंगे नहीं बेचते।
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