Sunday, 25th May 2025

MP में भारत बंद के दौरान जमकर हिंसा, 6 की मौत

Tue, Apr 3, 2018 4:00 AM

भोपाल/ग्वालियर। भारत बंद के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में भड़की हिंसा में ग्वालियर में दो, डबरा व मुरैना में एक-एक और भिंड में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। ग्वालियर में 22 लोग सिर्फ गोली लगने से व दो सैकड़ा के करीब लाठी-सरियों के हमले में घायल हो गए। वहीं भिंड व मुरैना में भी उपद्रव के दौरान आधा सैकड़ा के लगभग लोगों के घायल होने की सूचना है।

उपद्रव में ग्वालियर चंबल में मारे गए 6 लोग

1- आकाश गर्ग, भिंड के मेहगांव

2- महावीर सिंह राजावत, लहार के मछंड

3- राहुल पाठक, मुरैना सिटी

4- विमल प्रकाश, डबरा

5- राकेश, ग्वालियर सिटी थाटीपुर

6- दीपक, ग्वालियर सिटी, थाटीपुर

डबरा में एडीशनल एसपी राजेश त्रिपाठी पर उपद्रवियों ने जानलेवा हमला कर दिया। हिंसा में लगभग आधा सैकड़ा पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं। मुरैना व डबरा में बंद समर्थकों ने रेल की पटरियों की फिश प्लेटे निकाल दीं, जिससे रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया। ग्वालियर, भिंड व मुरैना के दर्जनभर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने के साथ-साथ दोनों संभागों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं इंटरनेट सेवाएं भी मंगलवार तक के लिए बंद कर दी गई हैं।

एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में सीधी गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करने एससी-एसटी संगठन से जुड़े तमाम लोग सोमवार को सुबह 8 बजे से ही सड़कों पर उतर आए। ग्वालियर में उपद्रवियों ने पहले सड़कों से निकल रहे वाहनों को अपना निशाना बनाया। इसके बाद थाटीपुर, मुरार, गोला का मंदिर क्षेत्र में लोगों के घरों में घुसकर तोड़फोड़, महिलाओं से अभद्रता व मारपीट शुरू कर दी। पुलिस बल की कमी के कारण उपद्रवियों पर तत्काल काबू नहीं पाया जा सका, नतीजे में ग्वालियर महानगर के उपनगर मुरार व आसपास के पूरे क्षेत्र में हिंसा भड़क गई।

वर्ग संघर्ष में बदला भारत बंद

उपद्रवियों द्वारा घरों में घुसकर की गई हिंसा, दुकानों में तोड़फोड़ के बाद लोगों ने पहले पुलिस कार्रवाई का इंतजार किया। जब लगा कि पुलिस स्थिति से निपटने की स्थिति में नहीं है तो दूसरे वर्ग के लोगों ने भी अपने हथियार निकालकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। थाटीपुर, मुरार व गोला का मंदिर क्षेत्र में गोली लगने से दो युवकों राकेश व दीपक की मौत हो गई। अलग-अलग घटनाओं में 22 लोग सिर्फ गोली लगने से घायल हुए। इसके अलावा दो सैकड़ा से अधिक लोग लाठी, सरियों व पथराव में घायल हुए हैं।

डबरा:-ग्वालियर जिले की डबरा तहसील में बंद समर्थकों ने एडीसनल एसपी राजेश त्रिपाठी पर जानलेवा हमला कर दिया। उपद्रवियों ने यहां के सिटी थाने में आग लगाने का प्रयास किया। आगजनी से थाने को बचाने के फेर में टीआई अमर सिंह सिकरवार सहित दर्जनभर पुलिसकर्मी पथराव में घायल हो गए। उपद्रवियों ने हाईवे पर दो दर्जन वाहनों को नुकसान पहुंचाया और भारी लूटपाट की। यहां एक की मौत भी हुई है, लेकिन पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है। उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने के साथ बाजार में भी जमकर लूटपाट की। आधा सैकड़ा के करीब लोग यहां पथराव की घटना में चोटिल हुए हैं।

मुरैना:- मुरैना में बंद के दौरान भड़की हिंसा में युवक राहुल पाठक की मौत हो गई। इस मामले में मृतक के पिता बलदाऊ पाठक ने एक अन्य पर रंजिशन गोली मारने का मामला दर्ज कराने आवेदन दिया है। मुरैना शहर के तीनों थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। दो दर्जन लोग अलग-अलग घटनाओं में घायल हुए हैं।

भिंड:- भिंड में बंद के दौरान भड़की हिंसा में 16 वर्षीय किशोर राहुल गर्ग की गोली लगने से मौत हो गई। सांसद भागीरथ प्रसाद के घर पर भी लोगों ने पथराव कर दिया। वहीं मछंड क्षेत्र में महावीर राजावत की पुलिस की गोलीबारी में मौत हो गई। यहां शहर, मेंहगांव, गोहद, लहार व मछंड थाना क्षेत्रों में कफ्यू लगा दिया गया है।

 

भारत सरकार द्वारा आज सप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फ़ाइल कर दी गयी है। जनता से अनुरोध है कि वो कृपया शान्ति बनाए रखें। हमारी सरकार अनुसूचित जाती और अनुसूचित जनजाति के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) 2 April 2018

 

 

इंदौर में भी प्रदर्शन

शहर में बंद समर्थकों ने बाइक पर मल्हारगंज, टोरी कार्नर, गोराकुंड, खजुरी बाजार और राजवाड़ा इलाके में लंबा जाम लग गया। यहां लोग कलेक्टर के दफ्तर पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

बड़वानी में आदिवासी सदस्‍यों ने विरोध में निकाली रैली

आदिवासी सदस्यों ने सोमवार सुबह से पैदल व दोपहिया वाहनों से शहर का भ्रमण शुरू किया। इस दौरान दुकान एवं प्रतिष्ठान खोलने से पहले ही बंद करने की अपील की गई। बाद में कुछ दुकानें खुली तो उन्हें बंद करवाया गया। इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई। सदस्यों ने जनप्रतिनिधियों के घर पहुंचकर उन्हें नींद से जगाया और आंदोलन में शामिल होने की अपील की। शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी तैनात नजर आए स्थानीय सब्जी मंडी में वाद विवाद की स्थिति बनी एक घंटा मंडी चलाकर बंद करने पर मामला शांत हुआ।

 

खंडवा में दुकानदारों से‍ विवाद

खरगोन और मंडलेश्वर में भी रैली निकालकर, व्यापारियों से दुकानें बंद कराई गई। खंडवा में भी युवाओं ने दुकानें बंद कराने की कोशिश की, इस दौरान उनका दुकानदारों से विवाद हो गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया।

 

सतना में राष्ट्रीय राजमार्ग पर किया चक्काजाम-
 

विरोध प्रदर्शन की आग में सतना भी कुछ हद तक झुलसा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित समाज सड़कों पर उतर आया और राष्ट्रीय राजमार्ग सात पर चक्काजाम किया। जाम की वजह से सड़क के दोनो और पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया। बंद कराने के दौरान शहर के पन्नीलाल चौक मे दो पक्षों मे हुई मारपीट भी हुई।

दमोह में प्रदर्शनकारी और कारोबारियों में विवाद

दमोह में दुकान बंद करवाने को लेकर प्रदर्शनकारी और कारोबारियों में विवाद हो गया, लेकिन विवाद बढ़ने से पहले ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया। दोपहर 12 बजे बंद का समापन हुआ और इसके बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।

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