इंदौर. आयकर विभाग इन्वेस्टिगेशन विंग इंदौर की जांच में रविवार को सुरेश भदौरिया के इंडेक्स व अमलतास मेडिकल ग्रुप के 80 लाख जबकि दिलीप जैन के छावनी स्थित एमआरजे फाइनेंस ग्रुप केे 50 लाख रुपए नकद सीज किए गए। साथ ही कुल आठ लॉकर भी अटैच किए गए हैं। इंडेक्स, अमलतास और एमआरजे के ऑफिस पर प्रतिबंधक आदेश (प्रोहिबिटरी ऑर्डर) चस्पा कर दिए हैं। यानी आयकर विभाग से पूछे बिना यहां कोई काम नही होगा। इसके साथ ही अधिकांश ठिकानों पर इन्वेस्टिगेशन विंग की कार्रवाई खत्म हो गई।
रसूखदारों से भी हो सकती है पूछताछ
फाइनेंस ब्रोकर जैन के यहां जांच में कई और दस्तावेज मिले हैं, जिसमें सरकारी अधिकारियों के नाम पाए गए हैं। जैन, अधिकारियों के रुपए भी इधर से उधर ब्याज पर चला रहा था। जानकारों के अनुसार डायरी, कागजों पर नाम आने से रसूखदारों से भी आयकर विभाग पूछताछ कर सकता है। यदि इन्होंने इससे इनकार किया तो इस पर बन रहे टैक्स, पेनल्टी का जिम्मा जैन पर आ जाएगा और विभाग इसे जैन के रुपए मान कर टैक्स डिमांड निकालेगा, वहीं भदौरिया के यहां चल रही जांच में जांच अधिकारियों का पूरा ध्यान ट्रस्ट में आ रहे कैश ट्रांजेक्शन और इनके यहां अचल संपत्ति को लेकर मिले दस्तावेजों की ओर है। अचल संपत्ति ड्राइवर से लेकर अन्य कर्मचारियों के नाम पर होना पाई गई है, जिनकी जानकारी खुद कर्मचारियों को भी नहीं है। विभाग इन सभी से पूछताछ कर रहा है और सभी दस्तावेज अपने कब्जे में उन्होंने ले लिए हैं।
अभी तक यह ज्वेलरी और कैश जब्त
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