Saturday, 24th May 2025

मैं सरेंडर क्यों करूं; गायब नहीं हुआ, समाज में ही रह रहा हूं: भागलपुर हिंसा का आरोपी केंद्रीय मंत्री का बेटा

Mon, Mar 26, 2018 5:43 PM

 

पटना.भागलपुर के नाथनगर में हिंसा के मामले में नामजद आरोपी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का बेटा अर्जित शाश्वत फरार चल रहा है। रविवार को वो पटना में रामनवमी की शोभायात्रा में नजर आया। इस दौरान सत्ताधारी दल के दीघा के विधायक संजीव चौरिसया समेत अन्य कार्यकर्ताओं भी उसके साथ थे। सोमवार को न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा, "मैं सरेंडर क्यों करूं? मैं भाग भी नहीं रहा। समाज में रह रहा हूं।"

 

शनिवार को जारी हुआ था पहला वारंट

- 24 मार्च को भागलपुर की अदालत से अर्जित समेत 9 के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था।

- एडीजी मुख्यालय संजीव कुमार सिंघल ने बताया कि नाथनगर मामले में दो केस दर्ज हुए हैं। एक केस में वारंट जारी हो चुका है। अब दूसरे केस में भी अदालत से आरोपियों की गिरफ्तारी वारंट लेने में पुलिस जुटी है। सोमवार को वारंट मिल जाएगा। इसके बाद कानूनी कार्रवाई होगी।

मैं क्यों करूं सरेंडर?
- गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर अर्जित ने मीडिया से कहा, "मैं सरेंडर क्यों करूं? कोर्ट वारंट जारी करती है, लेकिन शरण भी देती है। एक बार आप कोर्ट जाते हैं तो आप सिर्फ वही करते हैं जो वे आपके लिए तय करें। मैं कोर्ट की शरण में हूं। भागता वो है, खोजना उनको पड़ता है, जो कहीं गायब हो गए हैं। मैं समाज के बीच हूं।'

अर्जित ने की प्रशासन पर कार्रवाई की मांग

- रविवार रात अर्जित ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नाथनगर में 17 मार्च को हुई हिंसा के लिए पुलिस अफसरों को दोषी ठहराया और नाथनगर थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग की।

- उसने आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं के साथ नगर विधायक अजीत शर्मा पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। अर्जित ने कहा कि घटना में अफसर भी दोषी हैं। उनपर भी कार्रवाई हो। प्रशासन की ढिलाई के चलते उपद्रवियों का मनोबल बढ़ रहा है।

 

शोभायात्रा के बाद हुई थी हिंसा

- भागलपुर के नाथनगर के चम्पानगर में 17 मार्च को शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। यात्रा के दौरान नारेबाजी के चलते दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी।

- देखते ही देखते दोनों तरफ से पहले जमकर पथराव हुआ, फिर बम और गोलियां चली। एक गोली पुलिस जवान को भी लगी। पथराव और बमबाजी में एक दर्जन से ज्यादा लोग और पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे।

- डीएम-एसएसपी समेत पुलिस बलों की मौजूदगी में करीब दो घंटे तक उपद्रव होता रहा। उपद्रवियों ने कई लोगों को पीटा, बाइक जला दी और दुकानों में तोड़फोड़ की। कई घरों में भी घुसकर मारपीट की।

- इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही और उपद्रवी गोलीबारी और पथराव करते रहे। पथराव में छह पुलिसवाले और छह स्थानीय लोग जख्मी हुए थे।

 

सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा- पुलिस क्या कर रही है?
अर्जित मामले में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को एक न्यूज एजेंसी को बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार से पूछा जाना चाहिए कि यह क्या हो रहा है? पुलिस क्या कर रही है? पुलिस के पास वारंट है तो उसे आगे बढ़ना चाहिए और आरोपी को पकड़ना चाहिए।

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery