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कॉमनवेल्थ गेम्स में सिंधु होंगी ध्वज वाहक, 4 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया में उतरेगा 220 खिलाड़ियों का दल

Sun, Mar 25, 2018 1:07 AM

नई दिल्ली.ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 4 अप्रैल से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) ने इसकी घाेषणा की। माना जा रहा है कि आईओए ने पीवी सिंधु को रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने का इनाम दिया है। ओपनिंग सेरेमनी में ध्वजवाहक की जिम्मेदारी के लिए सायना नेहवाल, एमसी मैरीकॉम और साक्षी मलिक के नाम पर भी चर्चा की गई। बता दें कि भारत कॉमनवेल्थ गेम्स में 220 खिलाड़ियों का दल उतारेगा। भारत यहां 15 खेलों में भाग लेगा।

 

1) पिछले तीन कॉमनवेल्थ गेम में कौन रहा ध्वज वाहक?

कॉमनवेल्थ गेम्स ध्वज वाहक
मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स- 2006 राज्यवर्धन सिंह राठौड़
नई दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स- 2010 अभिनव बिंद्रा
ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स- 2014 विजय कुमार

2) पिछले 3 कॉमनवेल्थ गेम्स में इंडिया की परफॉर्मेंस

कॉमनवेल्थ गेम्स 2010: इसका आयोजन नई दिल्ली में किया गया था। इसमें भारतीय खिलाड़ियों ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 36 ब्राॅन्ज मेडल जीते। 101 मेडल के साथ भारत दूसरे स्थान पर रहा था।

ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स 2014: भारत ने 15 गोल्ड, 30 सिल्वर और 19 ब्राॅन्ज मेडल जीते थे। 64 मेडल के साथ भारत 5वें स्थान पर रहा था।

मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स 2006: भारत ने 22 गोल्ड, 17 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल। 49 मेडल के साथ भारत चौथे स्थान पर रहा था।

3) भारत ने 1934 में पहली बार भाग लिया
- भारत ने पहली बार वर्ष 1934 में लंदन में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स(तब ब्रिटिश एम्पायर गेम्स) में भाग लिया।

- राशिद अनवान ने पुरुष कुश्ती के 74 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज जीतकर भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला मेडल दिलाया था।

4) इस बार 70 देश ले रहे हैं हिस्सा

- कॉमनवेल्थ गेम्स 4 अप्रैल से 15 अप्रैल तक होंगे। इस बार 70 देश हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 18 खेलों का आयोजन होगा।

- कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत 1930 में हुई। उस समय इसे ब्रिटिश एंपयार गेम्स नाम दिया गया था। इसका आयोजन 4 साल के अंतराल पर होता है।

- बता दें कि ऑस्ट्रेलिया कॉमनवेल्थ गेम्स की पांचवीं बार मेजबानी कर रहा है।

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