Saturday, 24th May 2025

यूपी राज्यसभा: बसपा-सपा के दो विधायकों की क्रॉस वोटिंग, 10वीं सीट पर समीकरण भाजपा के फेवर में

Fri, Mar 23, 2018 8:03 PM

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की 10 में से एक राज्यसभा सीट पर चुनाव दिलचस्प हो गया है। यूपी से बीजेपी के 8 और सपा के एक कैंडिडेट का राज्यसभा जाना तय है। बाकी बची एक सीट के लिए भाजपा के 9वें उम्मीदवार अनिल अग्रवाल और बसपा के भीमराव अंबेडकर के बीच मुकाबला है। जीत के लिए भाजपा को 5 वोट की दरकार है। बसपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि बताया जा रहा है कि भाजपा के फेवर में सपा विधायक नितिन अग्रवाल और बसपा विधायक अनिल सिंह क्रॉस वोटिंग कर चुके हैं। वहीं, सपा छोड़कर आए शिवपाल यादव के करीबी निषाद पार्टी के विजय मिश्रा भी भाजपा के फेवर में वोटिंग कर चुके हैं। भाजपा को यह सीट जीतने के लिए अब 5 और विधायक चाहिए। वहीं, बसपा को जीत के लिए 4 और वोट चाहिए।

 


1) भाजपा को नौंवी सीट के लिए कितने विधायकों की जरूरत?
- कुल 10 सीटों पर चुनाव हैं। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं। मुख्तार अंसारी और हरिओम यादव के जेल में होने से कोर्ट ने वोटिंग की इजाजत नहीं दी है। इस लिहाज से अब यूपी में 401 विधायक बचते हैं। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए किसी भी पार्टी के पास 37 विधायक होने जरूरी हैं। भाजपा गठबंधन के पास 324 सीटें हैं। 8 सदस्यों को राज्यसभा पहुंचाने के बाद 28 विधायक बचते हैं। ऐसे में एक और सदस्य को अपर हाउस भेजने के लिए 9 विधायकों का समर्थन चाहिए था।

जरूरी 9 में से भाजपा को 4 वोट मिले: बताया जा रहा है कि नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन ने भाजपा को वोट दिया है। निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्रा और बसपा विधायक अनिल सिंह ने भी भाजपा को वोट डाला। निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी भी भाजपा के साथ हैं। इस तरह भाजपा को 9वीं सीट जीतने के लिए जरूरी 37 में से 32 विधायकों का समर्थन मिल गया है। उसे जीत के लिए अब 5 और विधायक चाहिए।

2) बीएसपी की मुश्किल कैसे बढ़ी?
- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास 19 विधायक हैं। पार्टी ने भीमराव अंबेडकर को मैदान में उतारा। सपा बसपा का समर्थन कर रही है। सपा के पास 47 विधायक हैं। जया बच्चन को अपर हाउस में भेजने के बाद सपा के पास 10 विधायक बचते हैं। लेकिन नरेश अग्रवाल के विधायक बेटे नितिन अग्रवाल बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इससे एक वोट कम हो गया है। सपा के पास अब 9 सरप्लस वोट हैं।

बसपा को ऐसे हुआ नुकसान: बसपा के मुख्तार अंसारी और सपा के हरिओम यादव जेल में हैं। हाईकोर्ट ने उनके राज्यसभा चुनाव में वोट डालने पर बैन लगा दिया है। बसपा विधायक अनिल सिंह ने भी भाजपा के फेवर में वोटिंग कर दी है।

अब ये स्थिति बन रही है: अंबेडकर को राज्यसभा भेजने के लिए बीएसपी के पास 17, सपा के 8, कांग्रेस के 7, राष्ट्रीय लोकदल के 1 वोट के सहारे है। इस तरह टोटल 33 विधायक हो रहे हैं। जीत के लिए चार और विधायकों की जरूरत होगी।

3) जरूरी वोट नहीं होने के बावजूद समीकरण भाजपा के फेवर में क्यों?
- अगर किसी उम्मीदवार को 37 वोट नहीं मिलते तो दूसरी वरीयता (सेकंड प्रेफरेंस) के आधार पर जीत का फैसला होगा। इसमें सबसे ज्यादा वोट वाले उम्मीदवार को राज्यसभा सदस्य चुन लिया जाएगा।
- राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान हर विधायक तय कर सकता है कि वो पहली, दूसरी, तीसरी वरीयता में किसे मत देगा।

- अगर दूसरी वरीयता वाले वोटों की गिनती होती है तो इसमें सभी 401 विधायकों के प्रिफरेंस को देखा जाएगा। भाजपा के पास 324 विधायक होने के कारण 10वीं सीट पर उसके उम्मीदवार के जीतने की संभावना ज्यादा है।

4) मायावती को अखिलेश ने 9 विधायकों की लिस्ट सौंपी
- गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा-बसपा ने मिलकर भाजपा को हराया था। इसके बाद मायावती ने राज्यसभा के चुनाव में अपने उम्मीदवार की जीत तय करने के लिए अखिलेश यादव से सपा के 9 विधायकों की लिस्ट मांगी थी। अखिलेश ने यह लिस्ट बसपा प्रमुख को दी थी।

5) तीनों पार्टियों का था क्रॉस वोटिंग का डर
- सत्तारूढ़ भाजपा, विपक्षी सपा, बसपा, कांग्रेस ने क्राॅस वोटिंग रोकने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रखी थी। कांग्रेस के विधायकों का वोट बसपा के पक्ष में देने के लिए राज बब्बर, प्रमोद तिवारी और पीएल पूनिया लखनऊ में डेरा डाला। बसपा को पार्टी में सेंधमारी की आशंका थी। ऐसा हुआ भी। इसे रोकने के लिए मायावती ने खुद एक-एक विधायकों से मुलाकात की थी।

6) कितने कैंडिडेट्स का राज्यसभा जाना तय?
- भाजपा से 8: अरुण जेटली (वित्त मंत्री), डॉ. अशोक बाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव।
- सपा से एक: जया बच्चन।

7) यूपी में किसके पास कितनी ताकत?
- उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं।

  पार्टी सीट
1 बीजेपी 311
2 अपना दल 9
3 भारतीय समाज पार्टी 4
  बीजेपी अलायंस 324
4 समाजवादी पार्टी 47
5 बहुजन समाज पार्टी 19
6 कांग्रेस 7
7 राष्ट्रीय लोक दल 1
8 निषाद पार्टी 1
9 निर्दलीय 03

8) क्या है राज्यसभा का गणित?
- राज्यसभा चुनाव का फॉर्मूला है= (खाली सीटें + एक) कुल योग से विधानसभा की सदस्य संख्या से भाग देना। इसका जो जवाब आए उसमें भी एक जोड़ने पर जो संख्या होती है। उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए चाहिए।
यूपी में विधायक 403 हैं। दो विधायक वोट नहीं करेंगे। ऐसे में संख्या 401 हो जाती है।

यूपी में एक राज्यसभा सीट के लिए जरूरी वोट इस तरह तय होंगे

10 (खाली सीट)+1= 11

401/11= 36.45

36.45 +1= 37.45

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