वॉशिंगटन/नई दिल्ली.फेसबुक डाटा लीक विवाद बढ़ता जा रहा है। ये डाटा लीक हुआ, इस बात को अब फेसबुक ने भी स्वीकार कर लिया है। इसीलिए माफी मांगने के लिए खुद फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग सामने आए। कहा- हमारे यूजर्स की डाटा सीक्रेसी को लेकर कंपनी से गलती हुई। हम किसी भी पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए कदम उठाएंगे। दूसरी तरफ, आईटी और लॉ मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद सरकार का सख्त रुख लेकर हाजिर हुए। कहा- "2019 का चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस डाटा चोरी की आरोपी रिसर्च फर्म कैंब्रिज एनालिटिका की सेवाएं ले रही है। भारत में 20 करोड़ फेसबुक यूजर्स हैं। चुनाव प्रक्रिया प्रभावित करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं करेंगे। जरूरत पड़ी तो फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग भी तलब होंगे।"
पहले अमेरिका और अब भारत
- आरोप है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान करीब 5 करोड़ यूजर्स के पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल हुआ। आरोप फेसबुक पर लगा था। बता दें कि इस चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे।
- अब भारत में इसको लेकर देश की दो सबसे बड़ी पार्टियां उलझ गईं हैं। प्रसाद का आरोप है कि अगला लोकसभा चुनाव जो 2019 में होना है, उसको जीतने के लिए कांग्रेस डाटा चोरी की आरोपी रिसर्च फर्म कैंब्रिज एनालिटिका की सेवाएं ले रही है। भारत में 20 करोड़ फेसबुक यूजर्स हैं। चुनाव प्रक्रिया प्रभावित करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं करेंगे। जरूरत पड़ी तो फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग भी तलब होंगे।"
जकरबर्ग ने क्या कहा?
- अमेरिका के बाद जब भारत में भी फेसबुक को लेकर सवाल उठे तो मार्क जकरबर्ग को खुद सामने आना पड़ा। उन्होंने गलती मानी और सुधार का भरोसा दिलाया।
- जकरबर्ग ने एक पोस्ट में लिखा- मैंने फेसबुक शुरू किया था। इस प्लेटफॉर्म पर जो होता है, उसके लिए आखिरकार मैं ही जिम्मेदार हूं। डाटा लीक रोकने के लिए मैं काफी गंभीर हूं। अपने यूजर्स का डाटा लीक होने से रोकने के लिए फेसबुक ही जिम्मेदार है। लेकिन हम इसमें नाकाम रहे। हम आपको सेवाएं देने के लिए लायक नहीं हैं। अब हमारी कंपनी को बहुत कुछ करने की जरूरत है। हमने गलती की है। हम जरूरी कदम उठाएंगे। और हम ऐसा कर रहे हैं।
राहुल गांधी भी इस विवाद में कूदे
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने डाटा चोरी के मुद्दे पर पहली प्रतिक्रिया ट्विटर के जरिए दी। कहा- समस्या: इराक में 39 भारतीयों की मौत हो गई। सरकार जमीन पर आ गई। उनका झूठ पकड़ा गया। समाधान: कांग्रेस और डाटा चोरी पर कहानी गढ़ी गई। नतीजा: सारे मीडिया को मुद्दा मिल गया। इस तरह समस्या खत्म हो गई।
अब क्या कर रही है फेसबुक?
- जकरबर्ग ने कहा कि हम 3 चरणों में डाटा का गलत इस्तेमाल रोकेंगे।
1. "जानकारियां देने से पहले हम सभी ऐप्स की जांच करेंगे। 2014 में डाटा एक्सेस के लिए हमने अपने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कम कर दिया है। संदिग्ध गतिविधि दिखने पर किसी भी ऐप का ऑडिट कराया जाएगा। अगर कोई डेवलपर पूरे ऑडिट के लिए तैयार नहीं होगा तो उसे हम फेसबुक का प्लेटफॉर्म मुहैया नहीं कराएंगे। अगर हमें पता चला कि कोई डेवलपर इन्फॉर्मेशन का गलत इस्तेमाल कर रह है तो उसे बैन कर दिया जाएगा। लोगों को भी इस बारे में सूचना दी जाएगी।"
2. किसी तरह की कोई गलती न हो, उस स्थिति को रोकने के लिए डेवलपर्स को डाटा एक्सेस नहीं दिया जाएगा।
3. अगले महीने फेसबुक हर किसी को अपने न्यूज फीड के टॉप पर एक टूल दिखाएगा जो यूजर इस्तेमाल कर चुके हैं। ये ऐप की परमिशन को रद्द करने का एक आसान तरीका है।
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