नई दिल्ली। पिछले साल पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर ड्रग व्यापार में शामिल होने का आरोप लगाने वाले सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखित में माफी मांग ली है। इस पर दिल्ली के पूर्व मंत्री और बागी आम आदमी पार्टी (AAP) नेता कपिल मिश्रा ने तंज कसा है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है- 'अरविंद केजरीवाल अब भारत के आधिकारिक झूठे मुख्यमंत्री बन गए हैं।' इतना ही नहीं, दिल्ली की करावलनगर सीट AAP से विधायक कपिल मिश्रा ने ट्वीटर हैंडल पर लिखित माफीनामे को अपने ट्वीटर हैंडल पर टैग भी किया है।
जानकारी के मुताबिक, बृहस्पतिवार को अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने पत्रकार वार्ता के दौरान माफीनामे की यह चिट्ठी दिखाई। अकाली नेता ने बताया कि ये चिट्ठी आम आदमी पार्टी के लेटर हेड पर अरविंद केजरीवाल की ओर से लिखी गई है।
केजरीवाल ने लिखित माफीनामे में लिखा है- मैंने जनसभाअाें, प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया, अाैर साेशल मीडिया पर अापके ऊपर दो अाराेप लगाए थे उसकाे लेकर अापने मेरे ऊपर अमृतसर की अदालत में मानहानि का मुकद्दमा दायर किया है। मैं आप पर लगाए गए सभी आरोपों को वापस लेता हूं। मेरे अाराेपाें के कारण अापके परिवार, दाेस्ताें अाैर समर्थकाें की भावनाओं को जो ठेस पहुंची उसके लिए माफी मांगता हूं।
यह था पूरा मामला-
वर्ष 2017 में पंजाब चुनाव प्रचार के दौरान बिक्रम सिंह मजीठिया पर AAP नेताओं अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, आशीष खेतान ने रैलियों के दौरान मजीठिया और उनके परिवार पर ड्रग्स की तस्करी करने और पंजाब में नशा बेचने के आरोप लगाए थे। इससे नाराज बिक्रम सिंह मजीठिया ने अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और आशीष खेतान पर अमृतसर जिला अदालत में मानहानि का केस कर दिया था।
केजरीवाल की माफी पर पंजाब आप में बगावत-
अरविंद केजरीवाल के बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने पर आम आदमी पार्टी की पंजाब ईकाई विद्रोह पर उतर आई है। आप विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने जहां केजरीवाल के फैसले पर हैरानी जताई है वहीं, पार्टी के एक और विधायक कंवर संधू ने कहा है कि ड्रग के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने ट्वीट किया है कि केजरीवाल का फैसला अप्रत्याशित है और इस स्तर के नेता का इस तरह से सरेंडर करना ठीक नहीं है। मैं इस फैसले से सहमत नहीं हूं। नशे के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
खरड़ से आप विधायक कंवर संधू ने भी ट्वीट किया है कि केजरीवाल के फैसले से नशे की खिलाफ लड़ाई कमजोर होगी। जब आप कोई स्टैंड लेते हैं तो उस पर कायम रहना होता है, मैं भी मानहानि के केस का सामना कर रहा हूं। दोनों नेताओं ने कहा है कि केजरीवाल ने उनसे कोई विचार-विमर्श किए बिना ही फैसला कर लिया, इस फैसले से पार्टी की प्रतिष्ठा को भी आघात पहुंचेगा।
केजरीवाल पहले भी मांगते रहे हैं माफी-
मजीठिया का मामला पहला नहीं है जिसमें केजरीवाल ने माफी मांगी है। इससे पूर्व भी कई बार अपने किए पर उन्हें माफी मांगनी पड़ी है।
-केजरीवाल ने 2014 में बेईमान नेताओं की लिस्ट जारी कि थी। इसमें भाजपा और एनसीपी नेताओं के भी नाम शामिल थे। इस लिस्ट में भाजपा नेता नितिन गडकरी का भी नाम था। जिसके बाद उन्होंने केजरीवाल को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने तीन दिन के भीतर माफी नहीं मांगी तो वह उन पर मानहानि का केस करेंगे। बाद में केजरीवाल ने गडकरी से मिलकर खेद प्रकट किया था।
-जुलाई 2016 में अमृतसर में गुरुघर में हुई गलती के लिए उन्होंने माफी मांगी और प्रायश्चित किया। दिल्ली के सीएम ने श्री हरिमंदिर साहिब में डेढ़ घंटे बिताया। इस दौरान उन्होंने अरद्दास की और लंगर के बाद बर्तन साफ किए।
-दिल्ली पुलिस के जवानों के लिए एक साक्षात्कार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने अपमानजनक शब्द का उपयोग किया था जिसके बाद भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।
-49 दिनों तक शासन करने के बाद 2013 में इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद पार्टी की चारों ओर आलोचना हो रही थी। उनको इस गलती का एहसास हुआ और उन्होंने दिल्ली की जनता से माफी मांगी। (जेएनएन)
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