नागपुर। यहांं खेले जा रहे ईरानी ट्रॉफी के मैच में विदर्भ टीम के बल्लेबाज वसीम जाफर इतिहास रचने के बेहद करीब पहुंच गए हैं। गुरुवार को वसीम ने नाबाद 285 रन बना लिए थे। शुक्रवार को अगर वे 300 रन का आंकड़ा छू लेते हैं तो 1933 के बाद 40 साल से ज्यादा की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी ठोंकने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।
इससे पहले 1933 में पी. हेंड्रेन ने मिडिलसेक्स के लिए 44 साल की उम्र में तिहरा शतक लगाया था। वहीं भारत में सबसे ज्यादा उम्र में तिहरा शतक (फर्स्ट क्लास में) लगाने का रिकॉर्ड रमन लांबा के नाम है, जिन्होंने 35 साल की उम्र में यह कारनामा किया था।
इससे पहले जाफर ने रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट का 53वां शतक लगाया था। जाफर घरेलू मैचों में पहले काफी समय तक मुंबई के लिए खेले लेकिन वर्ष 2015 में उन्होंने मौजूदा रणजी विजेता टीम विदर्भ के लिए खेलना शुरू कर दिया।
वसीम भारत के लिए 31 टेस्ट और 2 वनडे खेल चुके हैं। यानी दस साल पहले वे टीम इंडिया में थे। घरेलू क्रिकेट में वसीम जाफर को कमाल का बल्लेबाज माना जाता है। भारत के फर्स्ट क्लास घरेलू क्रिकेट में वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वो जिस कद के बल्लेबाज हैं उसे देखते हुए कई लोगों का मानना था कि वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और बेहतर कर सकते थे।
जाफर ने भारत के लिए अब तक सिर्फ 31 टेस्ट मैचों में 34.10 की औसत से 1944 रन बनाए हैं। उनके नाम पर टेस्ट में पांच शतक है और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 है। वहीं दो वनडे मैचों में उनके नाम पर सिर्फ 10 रन ही है।
वसीम जाफर के फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर की बात करें तो इस मैच को छोड़कर (ये आंकड़े उनके 242वें फर्स्ट क्लास मैच से पहले का है) इससे पहले तक उन्होंने 241 फर्स्ट क्लास मैचों में 49.78 की औसत से 17824 रन बनाए हैं। इन मैचों में उनके नाम पर 52 शतक हैं और नाबाद 314 रन उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
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