भोपाल.मध्यप्रदेश से खाली हो रही राज्यसभा की 5 सीटों को भरे जाने के लिए रविवार को चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है। इससे इन सीटों के लिए सोमवार से उम्मीदवार अपना नामांकन फार्म जमा कर सकेंगे। नामांकन फार्म जमा करने की अंतिम तारीख 12 मार्च होगी, उम्मीदवार 15 मार्च तक अपना नाम वापस ले सकेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 23 मार्च को चुनाव कराया जाना है।
4 सीटें बीजेपी और एक कांग्रेस के खाते में जाना तय
वैसे उम्मीद कम ही जताई जा रही है कि खाली हो रही राज्यसभा की इन सीटों के लिए वोटिंग की नौबत आए। इसकी वजह 4 रिक्त सीटों को भरे जाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के खाते में आने वाली एक सीट के लिए उसके पास कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पर्याप्त है। मौजूदा स्थिति में राज्यसभा की एक सीट के लिए 39 विधायकों के वोटों की जरूरत होगी। इधर विधानसभा सचिवालय ने कोलारस और मुंगावली में कांग्रेस के विधायक चुने जाने के बाद अपडेट वोटर लिस्ट चुनाव आयोग को भेज दी है।
यह रहेगा फार्मूला
मौजूदा स्थिति में राज्यसभा की एक सीट के लिए 39 विधायकों के वोटों की आवश्यकता होगी। इस हिसाब से बीजेपी की चार रिक्त हो रही सीटों पर विधानसभा में उसके विधायकों की संख्या के हिसाब से प्रत्याशियों के चयन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसी तरह कांग्रेस के पास भी पर्याप्त विधायक हैं। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव के लिए सीटें रिक्त होने के ऊपर कितने विधायकों पर एक सीट भरी जाएगी, यह तय होता है। बीते साल प्रदेश से राज्यसभा की चार सीटें रिक्त हुई थी। इस हिसाब से एक सीट के लिए 58 विधायकों की जरूरत थी।
अभी विधानसभा में दलों की स्थिति
बीजेपी -166
कांग्रेस - 57
बसपा - 4
अन्य -3
कैलाश विजयवर्गीय का राज्यसभा में जाने से इंकार
प्रदेश से खाली हो रही राज्यसभा की पांच सीटों के लिए होने वाले चुनाव में नाम तय किए जाने की औपचारिकताओं के बीच बीजेपी के कई नेताओं को राज्यसभा में भेजे जाने की अटकलें चल रही हैं, जिनमें बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। विजयवर्गीय से जब राज्यसभा में जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे दो साल पहले ही राज्यसभा में जाने से इंकार कर चुके हैं। वहीं, केंद्र में प्रत्याशी चयन की चल ही अटकलों के बीच यह कहा जा रहा था कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व अपने राष्ट्रीय महासचिवों को राज्यसभा में भेज सकता है। इस बीच विजयवर्गीय ने अपनी मंशा साफ कर दी है और स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वे राज्यसभा में जाने के इच्छुक नहीं हैं।
किन सांसदों का कार्यकाल हो रहा है पूरा
मध्यप्रदेश से अप्रैल के महीने में राज्यसभा की 5 सीट खाली हो रही है, जिनमें से बीजेपी के चार सदस्यों में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, एल गणेशन और मेघराज जैन तथा कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी का कार्यकाल पूरा हो रहा है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला को राज्यपाल बनाए जाने के बाद मध्यप्रदेश से खाली हुई राज्यसभा सीट पर उपचुनाव में एल गणेशन को राज्यसभा भेजा गया था।
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