भोपाल।मुंगावली और कोलारस में हार के बाद भाजपा में समीक्षा का दौर चल रहा है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गौर ने सिंधिया की तारीफ करते हुए कहा है कि सिंधिया अभिमन्यु नहीं बने बल्कि अर्जुन बनकर चक्रव्यूह को भेदकर बाहर निकलने में सफल हो गए।
-उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव जातिवाद को बढ़ावा देगा। दोनों ही पार्टियों ने जातियों साधने की पूरी कोशिश की थी, कुल मिलाकर यह चुनाव ही जातियों पर आधारित था, बल्कि जातियों को ध्यान में रखते हुए शिवराज कैबिनेट का विस्तार भी किया गया था, लेकिन सरकार को सफलता हाथ नहीं लगी।
-बता दें कि उप चुनाव से पहले गौर ने कहा था कि यह चुनाव महाभारत का महासंग्राम है, इसमें राजा महाराजा रानी, सामंत, मुख्यमंत्री, मंत्री सब गांव-गांव घर घर गए हैं। जबकि सिंधिया को लेकर कहा था कि सिंधिया अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में घिरे हुए हैं, अब तोड़ पाएंगे या नहीं भगवान ही मालिक है।
...इधर पूर्व मंत्री सरताज बोले- अब चुनाव नहीं लडूंगा
-पूर्व मंत्री सरताज सिंह ने कहा है कि वे अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने मीडिया को दिए एक बयान में कहा कि बीजेपी में माहौल ठीक नहीं है। इस समय पार्टी में घुटन महसूस कर रहा हूं। इसलिए चुनावी राजनीति से संन्यास ले रहा हूं।
कांग्रेस करा रही सभी जिलों की मतदाता सूची की जांच
-मुंगावली-कोलारस क्षेत्र की मतदाता सूची में गड़बड़ी सामने आने के बाद कांग्रेस सभी जिलों की मतदाता सूची की जांच करा रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी जिलों के अध्यक्षों को पत्र भेजकर अपने-अपने जिलों की मतदाता सूची की पड़ताल करने कहा है। इसके लिए हर जिले में पांच-पांच कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी है।
अशोकनगर के दो ईआरओ को निलंबित करने की सिफारिश
-मुंगावली-कोलारस फर्जी मतदाता सूची मामले में अशोकनगर के दो ईआरओ (निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। दोनों उप चुनाव को लेकर ग्वालियर कमिश्नर बीएम शर्मा ने एक रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपी है। जिसे गुरुवार को चुनाव आयोग को भेज दिया गया है।
-खास बात यह है कि कमिश्नर की रिपोर्ट में कोलारस विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में हुई गड़बड़ी को लेकर भी उल्लेख किया है। निर्वाचन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अशोकनगर के तत्कालीन कलेक्टर बीएस जामोद ने मुंगावली विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच में 1800 नामों में गड़बड़ी पाई थी। इस पर आयोग ने कलेक्टर सहित दो ईआरओ उदय सिंह सिकरवार और कुसुमलता माहोर को पद से हटा दिया था।
Comment Now