रियाद. दुबई में भारतीय मूल के अशरफ शेरी तमारासेरी (44) ने श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुंबई भेजने में काफी मदद की। जब मुंबई में श्रीदेवी के पार्थिव शरीर का इंतजार हो रहा था, तब दुबई में उनकी बॉडी को जांच होने तक एक सामान्य मॉर्चुरी में भेज दिया गया था। अशरफ ने श्रीदेवी के परिवारवालों को बॉडी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। बता दें कि 24 फरवरी को रात 11.30 बजे होटल जुमैरा एमिरेट्स टॉवर होटल में मौत गई थी। शुरुआत में कार्डिएक अरेस्ट की बात कही गई। सोमवार को फोरेंसिक रिपोर्ट में बाथटब में दुर्घटनावश डूबने का बात सामने आई थी। मंगलवार को पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने जांच पूरी होने के बाद बॉडी को परिजन को सौंप दिया और केस बंद कर दिया।
4700 बॉडी को उनके देश भेज चुके हैं अशरफ
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अशरफ यूएई में रहते हैं। वहां जिन विदेशी लोगों की मौत हो जाती है, उनकी बॉडी को देश भेजने में मदद करते हैं।
- अशरफ अब तक 38 देशों में 4700 बॉडी भेज चुके हैं।
ये पुण्य का काम
- अशरफ कहते हैं, "उनके (यूएई सरकार) के लिए आप हों या मैं, एक जैसे ही हैं। अगर किसी की मौत उसके कमरे में होती है, वे उसे अस्पताल ले जाते हैं। फिर जांच के लिए पुलिस मॉर्चुरी में ले जाया जाता है।"
- "ऐसा दुबई, शारजाह या किसी भी अमीरात में होता है। आप कितने अमीर हैं या गरीब हैं, ये उनके लिए मायने नहीं रखता।"
- ये पूछने पर कि श्रीदेवी की बॉडी को भारत भेजने में उन्होंने काफी मदद की, अशरफ कहते हैं कि मैंने मंगलवार को बॉलीवुड स्टार समेत 5 लोगों की बॉडी भारत भेजने में मदद दी।
दुबई में क्या रहा घटनाक्रम?
- भांजे की शादी में शामिल होने दुबई पहुंचीं श्रीदेवी की 24 फरवरी को मौत हो गई थी। इसके बाद भारतीय अफसरों ने उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया।
- अशरफ बताते हैं कि पुलिस क्लीयरेंस जरूरी होने से श्रीदेवी की बॉडी को देश ले जाने में देर हुई। इस दौरान मुझे जर्नलिस्ट्स, अधिकारियों के सैकड़ों फोन आए।
- "जैसे ही क्लीयरेंस मिला, बॉडी को एक धूल भरी मॉर्चुरी में ले जाया गया। जिस बिल्डिंग में ये मॉर्चुरी है, वहां विदेशी वर्कर्स की खासी आबादी है। इनमें भी ज्यादातर दक्षिण एशिया से हैं।"
- मंगलवार को जब श्रीदेवी की बॉडी को लेप लगवाने के लिए ले जाया जा रहा था तो अशरफ उसके लिए जरूरी कार्यवाही में जुटे थे।
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