भोपाल। 24 फरवरी को होने वाले मुंगावली और कोलारस में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार का शोर आज शाम थम जाएगा। प्रचार के अंतिम दिन भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा मतदाताओं को रिझाने की पूरी कोशिश की जा रही है। गुरुवार को मुंगावली में भाजपा के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा के आठ मंत्रियों द्वारा जनसभा को संबोधित किया जाएगा। वहीं दूसरी और कांगेस के कद्दावर नेता कमलनाथ भी मुंगावली में जनसभा को संबोधित करेंगे।
दोनों पार्टी कर रही विकास का दावा
- उपचुनाव में जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों द्वारा विकास किए जाने का दावा किया जा रहा है। जहां एक और प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान पिछले तीन टर्म के भाजपा कार्यकाल में हुए विकास कार्यों का बखान कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस इस दौरान हुई किसानों की आत्महत्या और महंगाई को मुद्दा बना रही है।
सिंधिया ने कहा नो कमेंट
- उपचुनाव के दौरान कांग्रस के कुछ कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर मतदाताओं को डराने व धमकाने का आरोप लगया है। इस संबंध में गुरुवार को जब कांग्रसे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने इस मामले में किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। सिंधिया ने कहा कि मतदाता काफी जागरुक और सतर्क है, यदि कोई उन्हें डराता-धमकाता है तो वह उसका जवाब अपने वोट से देंगे।
48 घंटे पहले छोड़ना होगा क्षेत्र
-24 फरवरी को होने वाले उप चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दाेनों के ही नेता क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। इन्हें 22 फरवरी को शाम 5 बजे तक क्षेत्र को छोड़ना होगा। क्योंकि आयोग की गाइड-लाइन में प्रचार के लिए बाहर से आए नेता, कार्यकर्ता को मतदान के 48 घंटे पहले क्षेत्र छोड़ने का नियम है। इसके उलंघन पर धारा 188 के तहत आयोग कार्रवाई कर सकती है। इसके अलावा 5 बजे बाद कोई भी क्षेत्र में ना तो कोई जुलूस और ना ही कोई प्रचार किया जा सकता है। ऐसा करना भी कानून के उल्लंघन में आता है।
12 बजे तक तीन सभाएं संबोधित कर चुके थे सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुंगावली विधानसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी बाईसाहब यादव के समर्थन में गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक तीन सभाओं को संबोधित कर चुके थे। सुबह 9 बजे तारई गांव में आयोजित कटारिया समाज के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे कार्यों का बखान किया। यहां से मुख्यमंत्री का काफीला पुरा मथाना गांव पहुंचा यहां भी सीएम ने सभा को संबोेधित किया। दोपहर 12 बजे सीएम पीपलखेड़ा गांव में सभा को संबोधित करने पहुंचे।
- कोलारस उपचुनाव में 22 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि मुंगावली में विधायक पद के लिए 13 उम्मीदवारों में मुकाबला हो रहा है। सितंबर 2017 में मुंगावली विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा का निधन हो गया था। वहीं अक्टूबर 2017 में कोलारस सीट से विधायक रामसिंह का निधन हो गया था। इस कारण उक्त दोनों विधानसभा सीटें रिक्त हो गई थीं। हालांकि जीत के बाद विधायक बनने वालों को कार्यकाल छह महीने के भीतर ही खत्म हो जाएगा क्योंकि साल के अंत में मप्र में विस चुनाव होने हैं।
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