इंदौर । मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) ने 18 फरवरी को आयोजित राज्य सेवा/वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा की मॉडल आंसरशीट जारी कर दी है। बुधवार को जारी आंसरशीट में किसी भी प्रश्न को गलत मानकर रद्द नहीं किया गया है। पीएससी ने आपत्ति के लिए सात दिन का समय दिया है। अभ्यर्थियों ने कई जवाबों पर आपत्ति भी जताई है।
पीएससी के मुताबिक, आपत्तियों के निराकरण के बाद फाइनल आंसरशीट जारी होगी। उसी आधार पर मूल्यांकन कर रिजल्ट तैयार होगा। मॉडल आंसरशीट पर उम्मीदवार 28 फरवरी तक आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। आपत्ति सिर्फ ऑनलाइन की दर्ज की जा सकेगी। इसके लिए तय शुल्क भी चुकाना होगा। उम्मीदवारों को आपत्तियों के साथ प्रश्न और उसका विवरण देना होगा।
इन जवाबों को बताया गलत
अभ्यर्थियों के मुताबिक, सामान्य अध्ययन के सर्वमान्य सवालों के जवाब भी मॉडल आंसरशीट में गलत दिखाए गए हैं। इन सभी में बदलाव के लिए वे आपत्ति दर्ज कराएंगे।
-'भारत छोड़ो' का नारा किसने दिया था? मॉडल आंसरशीट में इसका सही जवाब जवाहरलाल नेहरू बताया गया है। अभ्यर्थियों के मुताबिक यह नारा यूसुफ मेहर अली ने दिया।
- किस नरसंहार को मप्र का जलियांवाला बाग कांड कहा गया? पीएससी ने सही जवाब झाबुआ नरसंहार माना है। जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक सही जवाब चरणपादुका नरसंहार है।
- कालिका पुराण किस धर्म से संबंधित है? इसका जवाब वैष्णव दिखाया जा रहा है जबकी अभ्यर्थियों के मुताबिक इसका ताल्लुक शाक्त धारा से है।
- शुंगों के पूर्वज मूलतः किस स्थान से थे? इसका जवाब प्रयाग बताया गया है जबकि अभ्यर्थियों के मुताबिक उज्जैन सही जवाब है। इनके अलावा मप्र की जीएसडीपी, पहले संसदीय सचिव को लेकर पूछे गए सवाल के उत्तर भी गलत दिखाए गए हैं।
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