Friday, 23rd May 2025

चीन से हमारे रिश्तों की चिंता न करे भारत, बांग्लादेश का विकास चाहने वालों का स्वागत: शेख हसीना

Wed, Feb 21, 2018 11:10 PM

ढाका. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका-चीन के बढ़ते संबंधों पर भारत को चिंता न करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि बीजिंग के साथ रिश्ते सिर्फ और सिर्फ देश के विकास के लिए बढ़ाए जा रहे हैं। जो भी देश इसमें हमारी मदद करना चाहते हैं, सरकार उनका स्वागत करती है। बता दें कि चीन बांग्लादेश के साथ मिलिट्री संबंधों को मजबूत करने की बात कह चुका है। इसके लिए उसने बांग्लादेश को बेहद कम ब्याज पर 9 बिलियन डॉलर्स (करीब 58306 करोड़ रूपए) लोन देने की बात भी कही थी।

 

पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने पर ध्यान दे भारत

- भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए हसीना ने कहा, “हमें देश के विकास के लिए निवेश (इन्वेस्टमेंट) और मदद की जरूरत है और इसमें जो भी हमारी मदद कर सकता है उसका स्वागत है।” उन्होंने बताया कि भारत, चीन, जापान और यहां तक की मिडिल ईस्ट के देश भी बांग्लादेश के विकास में सहयोग बढ़ाने के लिए आगे आए हैं।
- हसीना ने सलाह देते हुए कहा, “भारत को चीन-बांग्लादेश के रिश्तों पर चिंता करने के बजाए पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते रखने पर जोर देना चाहिए, ताकि क्षेत्र का बेहतर तरीके से विकास किया जा सके।” 
- हसीना ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के संबंध हमेशा से बेहतरीन रहे हैं। दोनों देशों ने बॉर्डर और मैरीटाइम विवादों को समझदारी से सुलझाया है। 
- बांग्लादेश-इंडिया मीडिया डॉयलॉग के लिए नई दिल्ली और कोलकाता के कुछ पत्रकार 3 दिन के बांग्लादेश दौरे पर हैं। हसीना ने पत्रकारों को मंगलवार को अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया था।

रोहिंग्या मामले पर मांगी मदद

- म्यांमार से निर्वासित रोहिंग्या रिफ्यूजियों को उनके देश वापस भेजने के मसले पर भी हसीना ने भारत से मदद मांगी। उन्होंने कहा कि भारत को म्यांमार पर दबाव बनाना चाहिए, ताकि वो जल्द से जल्द अपने लोगों को वापस बुलाए।

बांग्लादेश पर भी टिकी चीन की निगाह

- चीन बांग्लादेश के साथ मिलिट्री और रक्षा रिश्ते बढ़ाने की बात कह चुका है। 
- कुछ ही समय पहले चीन ने बांग्लादेश में 6 रेल प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए कम ब्याज दरों पर 9 बिलियन डॉलर्स का लोन देने की बात कही थी।

बांग्लादेश में बन रहे राजनीतिक संकट के हालात

- बांग्लादेश की एक कोर्ट ने बीती 8 फरवरी को पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को 5 साल जेल की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद उनके चुनाव लड़ने पर रोक लग गई। इसके बाद पूरे देश में रैपिड एक्शन बटालियन और आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवान तैनात किए गए थे। लोगों के एक जगह साथ इकट्ठा होने पर भी रोक लगा दी गई थी।
- खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने इसे अवामी लीग पार्टी की साजिश बताया था। पार्टी मेंबर्स ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन की बात भी कही थी।

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