Sunday, 25th May 2025

रायसेन में समरसता कुंभ में आज दिखेगी सामाजिक एकता

Wed, Feb 21, 2018 7:50 PM

रायसेन । छह महीने से जिस आयोजन की तैयारी चल रही थी, उसकी घड़ी आ गई है। बुधवार को शहर में समरसता का ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसमें अब तक करीब 92 हजार लोगों के शामिल होने का पंजीयन हो चुका है। सुबह 8 बजे जिले के 120 स्थानों से लोग रायसेन से लिए रवाना होंगे, जो शहर के तीनों पड़ावों पर रुकने के बाद समरसता रैली के रूप में दशहरा मैदान के लिए रवाना होंगे। जहां समरसता रैलियों के संगम पर कुंभ भरेगा। दशहरा मैदान पर सुबह 11 बजे से समरसता कुंभ की शुरुआत होगी, जो तीन घंटे तक चलेगा। अपने तरह के सबसे बड़े आयोजन के लिए शहर में व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है। पूरे शहर को भगवा ध्वज पताकाओं से सजाया गया है।

इस दौरान प्रमुख रूप से समरसता कुंभ समिति के अध्यक्ष भागचंद उईके, मुख्य अतिथि 1008 स्वामी उत्तम स्वामी, मुख्य वक्ता के रूप में संघ सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी और समिति के सचिव नीलमचंद साहू रहेंगे। व्यवस्थाओं को लेकर मंगलवार को पूरे दिन ग्राउंड पर काम चलता रहा। दोपहर करीब 12 बजे एसडीएम वरूण अवस्थी, तहसीलदार दीपक पांडे, एसडीओपी एसएस पटेल और कोतवाली टीआई ने दशहरा मैदान पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

सर सह कार्यवाह 50 समाजों के प्रतिनिधियों की ली बैठक

समरसता कुंभ के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर सह कार्यवाह सुरेश सोनी ने मंगलवार पहुंचे। इसके बाद वे तीन प्रमुख बैठकें लीं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण बैठक 50 समाजों के प्रतिनिधियों की रही। इसके अलावा शिक्षकों और समरसता कुंभ आयोजन समिति की भी अलग-अलग बैठकों का दौर रात तक चलता रहा। संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने कार्यकर्ताओं से चर्चा कर जानकारी ली। इस दौरान कार्यकर्ताओं को अलग-अलग व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई।

महापुरुषों के नाम पड़ाव

चौपड़ा हनुमान मंदिर पर बनाए पड़ाव को डॉ. भीमराव आंबेडकर, होमगार्ड परिसर को विरसा मुंडा और सांची रोड स्थित गोपालपुर को रानी दुर्गावती एवं दशहरा मैदान को महर्षि वाल्मीकि परिसर नाम दिया गया है।

-150 क्विंटल आटे की पूड़ी और 70 क्विंटल आलू की सब्जी बनेगी हजारों लोगों को भोजन उपलब्ध कराना समिति के लिए बड़ा काम है। इसके लिए शहर में सोमवार से ही भोजन बनाने का काम शुरू हो गया है। इसके लिए 48 घंटे में 300 हलवाई 150 क्विंटल आटे की पूड़ियां तैयार करेंगे। इसके साथ ही 70 क्विंटल आलू की सब्जी बनेगी।

-कहां से कितनी दूरी तय करेगी शोभायात्राएं

आंबेडकर पड़ाव (चौपड़ा) से महर्षि बाल्मीकि परिसर (दशहरा मैदान) तक-2.5 किमी रानी दुर्गावती पड़ाव (गोपालपुर) से महर्षि बाल्मीकि परिसर (दशहरा मैदान) तक-3.2 किलोमीटर, बिरसा मुंडा पड़ाव (होमगार्ड परिसर) से महर्षि बाल्मीकि परिसर (दशहरा मैदान) तक-3.8 किलोमीटर शोभायात्रा निकाली जाएगी।

-चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस

इस वृहद्घ आयोजन के लिए पुलिस एवं प्रशासन द्वारा भी बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। तीनों शहर की ओर आने वाले तीनों प्रमुख मार्गों पर भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है। भोपाल रोड पर कोकता बायपास, विदिशा रोड पर सलामतपुर चौराहा एवं सागर रोड पर सिलवानी व नकतरा से ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा। शहर की ओर सिर्फ यात्री वाहनों को ही आने दिया जाएगा। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था में 350 पुलिस जबान तैनात रहेंगे, जिसमें 170 सशस्त्र बल एवं सादा वर्दी में पुलिस व महिला बल रहेगा, जो शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। निगरानी से लिए सीसीटीवी कैमरों के अलावा शहर की ऊंची छतों पर दूरबीन लेकर पुलिस बल मौजूद रहेगा। आयोजन स्थल पर पेयजल, एम्बूलेंस, डाक्टर, फायर बिग्रेड आदि की भी व्यवस्था होगी। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे।

-लोक संस्कृति पर केिन्द्रत होगा कार्यक्रम

समरसता कुंभ के मुख्य आयोजन का स्वरूप जिले की लोक संस्कृति के आधार पर तैयार किया गया है। मंच को वनांचल क्षेत्र कलाकृति की थीम पर तैयार किया जा रहा है साथ ही सांची स्तूप और रायसेन किले को भी प्रदर्शित किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी जिले के लोकनृत्य शौरा और शौताम की प्रस्तुति की जाएगी।

-120 स्थानों से निकलेंगी रैलियां

समरसता कुंभ में जिलेभर से लोग आएंगे। आयोजन समिति द्वारा हर स्तर पर जाकर तैयारियां की गई हैं। जिले के 120 स्थानों से लोग रैलियों के रूप में वाहनों से रायसेन पहुंचेंगे। करीब 100 से अधिक स्थानों पर रैली का स्वागत किया जाएगा। स्वागत के लिए आयोजन समिति के अलावा विभिन्न समूह संगठनों द्वारा तकरीबन 50 क्विंटल फूल बाहर से मंगाया गया है।

-25 संतों की मिली स्वीकृति

कार्यक्रम में 25 संतों की आने की स्वीकृति मिल चुकी है। इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। संत मंच पर आसीन होकर आर्शीवाद देंगें।

-इन मार्गों से दशहरा मैदान पहुंचेंगी तीनों शोभायात्राएं

1-पहली शोभायात्रा सागर रोड स्थित खरबई होमगार्ड परिसर से शुरू होकर पाटनदेव होते हुए सरकारी कन्या महाविद्यालय रोड से दशहरा मैदान पहुंचेगी।

2-दूसरी शोभायात्रा भोपाल रोड स्थित मीरा रिसोर्ट के पास के पेट्रोल पंप से शुरू होकर चौपड़ा होती हुई बस स्टैंड के पास की सड़क से दशहरा मैदान पहुंचेगी।

3-तीसरी शोभायात्रा सांची रोड स्थित रानी दुर्गावती छात्रावास से शुरू होकर इंडियन चौराहा, महामाया चौक, सागर तिराहे से सीएमएचओ कार्यालय के पास से दशहरा मैदान पहुंचेगी।

-इन तीन स्थानों पर होगी वाहनों के लिए पार्किंग

-भोपाल रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंगः -मीरा रिसोर्ट के पास पेट्रोल पंप के पीछे पड़ी खाली जमीन पर भोपाल रोड से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग स्थल बनाया गया है। भोपाल रोड से आने वाले वाहनों को यहीं पर पार्क कराया जाएगा। इस पार्किंग स्थल पर 15 हजार वाहन पार्क कराए जा सकेंगे।

-सांची रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंग :- सांची रोड से समरसता कुंभ में भाग लेने के लिए आने वाले लोगों के वाहन गोपालपुर स्थित रानी दुर्गावती छात्रावास परिसर में पार्क कराएं जाएंगे। इस स्थल पर भी 15 हजार वाहन पार्क कराए जा सकेंगे। यहां से लोगों को पैदल ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचना होगा।

-सागर रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंगः -सांची रोड से समरसता कुंभ में भाग लेने आने वाले लोगों के वाहन गोपालपुर स्थित रानी दुर्गावती छात्रावास परिसर में पार्क कराए जाएंगे। इस स्थल पर भी 15 हजार वाहन पार्क कराए जा सकेंगे। यहां से लोगों को पैदल ही कार्यक्रम स्थल तक पहुंचना होगा।

-कुछ खास व्यवस्थाएं

-पार्किंग स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम रहेगी मौजूद ।

कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम स्थल और पार्किग स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेगी, जो बीमार होने वाले लोगों का इलाज करेगी।

-दोपहर 12 से दो बजे तक निकाली जाएगी शोभायात्रा ।

-सागर जाने वाले वाहनों को औबेदुल्लागंज से नकतरा होते हुए निकाला जाएगा ।

-दोपहर एक से शाम 4 बजे तक चलेगा कार्यक्रम ।

-वाहन रैली के पीछे महारानी लक्ष्मीबाई के वेश में घोड़े पर सवार होकर निकलीं युवतियां ।

-मुस्लिम एवं बोहरा समाज भी करेगा रैली का स्वागत।

-120 स्थानों से आज समरसता कुंभ के लिए रवाना होंगे जत्थे।

-शहर के बाहर तीन पड़ावों पर भोजन उपरांत शुरू होगी शोभायात्रा।

- शोभायात्रा के आगे तीनों मार्गों से करीब 2100 महिलाएं निकालेंगी कलशयात्रा।

-समरसता रैली में शामिल होंगे अखाड़े, बैंड-ढोल।

-शोभयात्रा के स्वागत के लिए 100 से अधिक स्थानों पर सजे स्वागत द्वार।

-स्वागत के लिए शहर में आया 50 क्विंटल से अधिक फूल।

-मुस्लिम एवं बोहरा समाज भी करेगा स्वागत।

-आदिवासी लोकनृत्य सैरा और शैताम की होगी प्रस्तुति।

-जिले की आदिवासी लोककला की थीम पर सजा समरसता का मंच।

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