जबलपुर। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने पंजाब नेशनल बैंक(पीएनबी) घोटाले पर कहा कि जांच में पता चला है कि यह घोटाला दबाकर रखा गया था। घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई थी, इस दौरान केंद्र में यूपीए सरकार थी। 2011 से 2014 तक कांग्रेस की यूपीए सरकार क्या करती रही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो लोगों की मिली भगत से यह घोटाला हुआ। पीएनबी ने पांच एफआईआर की है, मामले की जांच सीबीआई कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इसी वजह से कैशलेस व्यवस्था लागू की है ताकि सभी चीजें पारदर्शी हो और घोटाले नहीं हो सके।
केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला जबलपुर में कृषि महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने आयकर अधिकारियों और बैंक अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि वे यहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की योजनाओं का कार्यान्वयन जानने के लिए आए थे। जिन कृषकों, विद्यार्थियों और इंटरप्रेन्योर्स के लिए योजनाएं चलाई गई थी उनकों इसका फायदा पहुंचा की नहीं इस पर भी बैठक में बात हुई है।
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