नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राहुल गांधी को छठी कतार में बैठाए जाने के मामले पर विवाद हो गया है। इस पर बीजेपी ने कहा कि हमारे पार्टी अध्यक्ष को तो समारोह में वीआईपी सीट तक नहीं दी जाती थी। कांग्रेस ने कहा था कि बीजेपी परंपराओं को तोड़कर ओछी राजनीति कर रही है।
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक बीजेपी के स्पोक्सपर्सन अनिल बलूनी ने कहा, "यूपीए की सरकार के वक्त राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी बीजेपी प्रेसिडेंट थे। उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कहां बैठाया गया था? कांग्रेस की सरकार के समय तो बीजेपी नेताओं को वीआईपी सीटें ही नहीं दी जाती थीं।''
- "बीजेपी, कांग्रेस के जैसे नीचे नहीं गिर सकती। हम स्वस्थ लोकतंत्र में भरोसा करते हैं।''
- राहुल गांधी को राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के साथ छठी कतार में बैठाया गया था।
- पिछले साल गणतंत्र दिवस समारोह में सोनिया गांधी को पहली कतार में जगह मिली थी। उनके बगल में अमित शाह बैठे थे।
- इस बार भी अमित शाह पहली कतार में ही बैठे थे।
- कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी को पहली कतार में न बैठाकर सरकार सस्ती पॉलिटिक्स कर रही है।
- कांग्रेस ने ये भी कहा था, "ये इस सरकार (BJP सरकार) का तरीका है। वे कांग्रेस पार्टी और हमारे प्रेसिडेंट को आसियान लीडर्स और देश की जनता के सामने नीचा दिखाना चाहते हैं। वे ये दिखाना चाहते हैं कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी का अस्तित्व नहीं है। ये कहने का उनका (BJP) तरीका है।"
- वहीं, सरकारी सूत्रों का कहना है कि प्रोटोकॉल के तहत विपक्ष के नेता को सातवीं कतार में सीट दी जाती है।
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