न्यूयॉर्क. भारत ने यूनाइटेड नेशंस में एक बार फिर पाकिस्तान को लेकर सख्ती दिखाई है। यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में भारत के एम्बेसडर सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि इस बात पर नजर रखना चाहिए कि पाक से आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाह खत्म हो रहे हैं या नहीं। अकबरुद्दीन ने पाक पर ये आरोप भी लगाया कि वह अच्छे और बुरे आतंकी में अंतर करता है।
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक सैयद अकबरुद्दीन यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में अफगानिस्तान को लेकर स्पेशल मिनिस्टीरियल मीटिंग में बोल रहे थे।
- अकबरुद्दीन ने कहा, "अफगानिस्तान में एक कहावत बोली जाती है, जिसका सार ये है कि अगर पानी की तलहटी में कीचड़ हो तो उसे साफ करने में वक्त बर्बाद नहीं करना चाहिए। बेहतर है कि ऊपर का साफ पानी ले लिया जाए।''
- "अफगानिस्तान में शांति कायम रहे, केवल ये कहना या इनके सपोर्ट में खड़े होना काफी नहीं है। क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म अब भी बड़ी समस्या है। साथ इस बात पर भी नजर रखनी होगी कि पाकिस्तान से आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाह खत्म किए जा रहे हैं या नहीं।''
- अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत चाहता है कि अफगानिस्तान दोबारा से हैसियत हासिल करे। हम उसके लिए रीजनल और इंटरनेशनल पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करने के लिए कमिटेड हैं ताकि वहां शांति, सुरक्षा और स्टेबिलिटी कायम हो सके।
- "इसी को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी 24 दिसंबर, 2015 को अफगानिस्तान में पार्लियामेंट बिल्डिंग के इनॉगरेशन में गए थे। लौटते वक्त वे लाहौर में रुके थे।''
- "लेकिन पीएम के लाहौर जाने से हमें क्या मिला? 1 जनवरी, 2016 को पठानकोट एयरबेस पर सोची-समझी साजिश के तहत आतंकी हमला किया गया। इस तरह हमले तो रोज अफगानिस्तान पर होते हैं।''
- अकबरुद्दीन ने कहा, "पाकिस्तान अच्छे और बुरे आतंकी में फर्क करता है। ये मानसिकता क्षेत्र में शांति लाने में कारगर साबित नहीं हो सकती।''
- "इस मानसिकता के साथ आप क्षेत्र के लोगों और हमारे युवाओं का भविष्य नहीं संवार सकते। मिस्टर प्रेसिडेंट, इस माइंटसेट को बदलिए।''
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