भोपाल (अबरार खान)। लगातार परिवर्तन के दौर में फोटोग्राफी विधा में भी तेजी से बदलाव आ रहे हैं। इसी के चलते विवाह समारोह से पहले ग्रुम एंड ब्राइड को रमणीय स्थानों पर ले जाकर उनके प्रेम दृश्यों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी को प्री-वेडिंग फोटोग्राफी के रूप में पहचान मिली है। झीलों के शहर में यूं तो जगह-जगह प्रकृति ने खूबसूरती बिखेरी है, लेकिन कपल को कई जगह फोटोग्राफी के समय असुविधा होती है। इसके चलते प्रकृति के बीच एकांत में सुरक्षित स्थानों को तलाश कर फोटोग्राफी की जाती है।
इन दिनों इंदिरागांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय इसके लिए पहली पसंद बन गया है। यहां देशभर का जनजातीय कल्चर सुसज्जित है, वहीं प्राकृतिक वातावरण भी है। यहां डूबते सूरज के समय फोटोग्राफी रोमांचित कर देती है। अक्सर यहां कपल्स प्री-वेडिंग शूट कराते दिखाई दे जाते है।
खूबसूरत होती है फोटोग्राफी
वेडिंग और डाक्युमेंट्री फोटोग्राफर संजय व्यास ने बताया कि अब हमारा ज्यादातर शूट संग्रहालय में ही हो जाता है। स्क्रीन पर और एलबम में यहां की प्राकृतिक खूबरसूरती चार चांद लगा देती है। प्री वेडिंग शूट के लिए मेरी पहली पसंद संग्रहालय है।
दो सौ प्री-वेडिंग शूट हो चुके
संग्रहालय के पीआरओ अशोक शर्मा बताते हैं की जनता की लगातार मांग के चलते हमने अक्टुबर माह से दो हजार रुपए चार्ज के साथ सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक के लिए परमिशन देना शुरू किया है। काफी अच्छा रिस्पॉस मिल रहा है। अभी तक लगभग 200 प्री-वेडिंग फोटोशूट यहां हो चुके हैं। कई बुकिंग हैं। फिल्म और डाक्युमेंट्री के चार्ज कुछ अलग हैं।
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