Saturday, 24th May 2025

कश्मीर के उड़ी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सिक्युरिटी फोर्स ने जैश के 6 आतंकी मार गिराए

Mon, Jan 15, 2018 7:41 PM

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में सोमवार को सिक्युरिटी फोर्स ने उड़ी सेक्टर में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। ज्वाइंट ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी मार गिराए। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने इस बात की जानकारी दी। कश्मीर में आर्मी ऑपरेशन ऑलआउट चला रही है। अब तक कश्मीर में 200 से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं।

 

सितंबर में भी उड़ी में घुसपैठ की कोशिश की थी नाकाम

- 28 सितंबर को कश्मीर के उड़ी के जोरावर इलाके में सिक्युरिटी फोर्स ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया था। फोर्स ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया। उस दौरान 3 दिनों में कश्मीर में सिक्युरिटी फोर्स ने 5 आतंकियों को मार गिराया था। 
- 11 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सिक्युरिटी फोर्स ने एनकाउंटर में 3 आतंकियों को मार गिराया। डीजीपी वैद ने कहा कि मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे।
- 5 दिसंबर को साउथ कश्मीर में सिक्युरिटी फोर्स ने लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों को मार गिराया। इनमें 2 पाकिस्तान के नागरिक थे।

आतंकी हमारे भाई

- 11 जनवरी को पीडीपी के विधायक एजाज अहमद मीर ने कहा, "मेरा मानना है ऐसा कब तक चलता रहेगा? हमने 200 आतंकियों को मार दिया। ये सिलसिला चलता रहेगा। रोकने के लिए किसी को तो आगे आना होगा। कश्मीर मामला पॉलिटिकल इश्यू है। इसे पॉलिटिकली ही हल करना चाहिए। आखिर में हमें मिलेगा क्या?''
- "जो कश्मीरी है, चाहे वो मिलिटेंट हो, वो भाई है। सिक्युरिटी फोर्स के जो जवान शहीद हो रहे हैं, हमारी उनके परिवार के साथ सहानुभूति है। उनके मां-बाप से पूछिए, जिनका बेटा बॉर्डर पर शहीद होता है। आतंकियों के मारे जाने पर उनके मां-बाप को दुख होता है। कोई मां कभी ये नहीं चाहेगी कि उसका बेटा मरे। चाहे फिर वो यहां का हो या फिर कहीं और का।''
- "जो कश्मीर के आतंकी मारे गए, वो शहीद हैं। वो हमारे भाई हैं। उनमें से कुछ नाबालिग हैं। उन्हें तो ये भी नहीं पता कि वे कर क्या रहे हैं।''
- इस पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "आतंकी और अलगाववादी कश्मीर, कश्मीरियों, विकास और शांति के दुश्मन हैं। कोई उन्हें अपना भाई कैसे कह सकता है?''

2017 में कश्मीर में 337 आतंकी घटनाएं हुईं, 203 आतंकी मारे गए; 75 जवान शहीद: सरकार

- 2017 में जम्मू-कश्मीर में 337 आतंकी घटनाएं सामने आईं। यहां सिक्युरिटी फोर्सेस से साथ एनकाउंटर में 203 आतंकी मारे गए। आतंक के खिलाफ लड़ाई में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के 75 जवान शहीद हुए। यह जानकारी 19 दिसंबर को मोदी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में दी थी।
- उधर, नॉर्थ-ईस्ट में कुल 97 लोगों की मौत हुई। यहां सिक्युरिटी फोर्सेस ने माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर 51 को मार गिराया। जबकि सेना के 12 जवान शहीद हुए।

टेरर फंडिंग में 40 से ज्यादा लोगों पर गाज, रुकी पत्थरबाजी

- कश्मीर में तैनात सिक्युरिटी अफसर बताते हैं कि टेरर फंडिंग पर नकेल कसने से पत्थरबाजी कम हुई है। दरअसल, एनआईए ने कश्मीर में बड़ी तादाद में ऐसे बैंक खातों की पहचान की, जिनमें लगातार विदेशों से पैसा आता रहता था। ऐसे 40 से ज्यादा खातों को सील किया गया है। यह पैसा कृषि उपज या अन्य सामान के एक्सपोर्ट के बदले में आया दिखाया जाता था। 
- फंडिंग में शामिल ज्यादातर लोग सफेदपोश थे और अपने आेवर ग्राउंड काडर की मदद से पत्थरबाजों को पैसा भेजते थे। अब चूंकि इनमें से ज्यादातर लोग कश्मीर से बाहर की जेलों में भेज दिए गए हैं, इसलिए पैसे की आसान पहुंच रुक गई है।

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