Friday, 23rd May 2025

ब्रिटेन: पेरेंट्स को मारने के लिए भारतीय मूल के लड़के ने खरीदा था विस्फोटक, 8 साल की जेल

Mon, Jan 15, 2018 7:30 PM

लंदन/नई दिल्ली.ब्रिटेन की एक कोर्ट ने भारतीय मूल के गुरतेज सिंह रंधावा को 8 साल की सजा सुनाई। कोर्ट ने उसे मां-बाप की हत्या की साजिश रचने का दोषी माना था। पुलिस के मुताबिक, 19 साल के गुरतेज ने अपने पेरेंट्स का मर्डर करने के लिए पिछले साल ऑनलाइन विस्फोटक ऑर्डर किया था। वह अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता, इससे पहले नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) के अंडरकवर अफसरों ने जाल बिछाकर गुरतेज को अरेस्ट कर लिया। कहा जा रहा है कि लड़के के पेरेंट्स को उसकी ब्रिटिश गर्लफ्रेंड पसंद नहीं थी। इसीलिए उसने मां-बाप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया था।

 

गर्लफ्रेंड के लिए पिता के मर्डर की प्लानिंग

- यह मामला पिछले साल का है। गुरतेज की एक ब्रिटिश गर्लफ्रेंड है। उसके पेरेंट्स लड़की को पसंद नहीं करते थे। इसी के चलते लड़के ने मां-बाप को मारने के लिए प्लान तैयार किया। डार्क वेब से ऑनलाइन विस्फोटक ऑर्डर किया।

- मर्डर की साजिश की किसी को भनक न लगे, इसके लिए उसने क्रिप्टोकरंसी के जरिए पेमेंट किया। साथ ही आर्टिकल की डिलिवरी के लिए घर से दूर का एड्रेस दिया था। लेकिन NCA के अफसरों की नजर उस पर पड़ चुकी थी। गुरजेत को मई में गिरफ्तार कर लिया गया।

जज बोले- यह बेहद चौंकाने वाला केस

- नवंबर में बर्मिंघम क्राउन कोर्ट ने गुरतेज को विस्फोटक रखने का दोषी पाया था। शुक्रवार को सजा सुनाते हुए जस्टिस चीमा-ग्रब ने कहा “इसमें कोई शक नहीं कि लड़के ने यह अपराध गर्लफ्रेंड के साथ रहने और यूनिवर्सिटी अटेंड करने के लिए किया। ये बेहद चौंकाने वाला केस है।”

- दूसरी ओर, ट्रायल के दौरान गुरतेज ने बताया था कि उसकी मां को रिलेशनशिप का पता चल गया था, लेकिन उन्हें लड़की पसंद नहीं थी। इसीलिए उसने पेरेंट्स को रास्ते से हटाने के लिए विस्फोटक और बम बनाने का सामान ऑर्डर किया था।

ऐसे हुआ था साजिश का भंडाफोड़

- नेशनल क्राइम एजेंसी के मुताबिक, गुरतेज ने डार्क वेब से विस्फोटक ऑर्डर किया था। हालांकि, पुलिस को इसकी भनक लग चुकी थी। इसके बाद कुछ अंडरकवर अफसरों ने उसका डिलिवरी आर्टिकल बदलकर डमी (नकली) पैकेज भेज दिया।

- जैसे ही गुरतेज ने इसे खोलकर टेस्ट करने की कोशिश की, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ 45 और 18 साल की दो महिलाओं को भी अरेस्ट किया गया। हालांकि, दोनों को ही बाद में छोड़ दिया गया।

 

गुरतेज के आतंकी संगठनों से लिंक नहीं

- NCA के एक सीनियर अफसर ने बताया कि गुरतेज का किसी आतंकी संगठन से लिंक नहीं मिला है। लेकिन जो विस्फोटक उसने मंगाया था, वह काफी खतरनाक था। इसमें कई लोगों की जान जा सकती थी।

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