Tuesday, 2nd September 2025

चिदंबरम ने ED के छापे को बताया कॉमेडी ऑफ एरर्स, कहा- सरकार की साजिशों के आगे नहीं झुकूंगा

Sun, Jan 14, 2018 6:47 PM

नई दिल्ली/चेन्नई.कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के दिल्ली-चेन्नई के ठिकानों पर शनिवार को एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने छापा मारा। यह कार्रवाई एयरसेल-मैक्सिस डील में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर की गई। इस पर पी. चिदंबरम ने कहा कि जांच एजेंसी मोदी सरकार के इशारे पर अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही है। वह इससे झुकने और टूटने वाले नहीं हैं। ईडी को छापेमारी में कुछ हासिल नहीं हुआ, यह कॉमेडी ऑफ एरर्स है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि एजेंसियां नरेंद्र मोदी की कठपुतली बनकर विपक्ष को टारगेट कर रही हैं। एक दिसंबर को भी एजेंसियों ने कार्ति के ठिकानों पर सर्चिंग की थी।

 

ईडी ने कहा- छापेमारी में कुछ खास नहीं मिला

- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में पी. चिदंबरम के दिल्ली स्थित घर और कार्ति के चेन्नई में कार्ति के ऑफिस में छापेमारी की। इस दौरान दोनों घर और ऑफिस में मौजूद नहीं थे। इस दौरान कोई अहम डॉक्युमेंट्स नहीं मिले।

ईडी की छापेमारी से झुकने और टूटने वाला नहीं: चिदंबरम

- पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने छापेमारी पर कहा, ''जांच एजेंसी मोदी सरकार के इशारे पर अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही है। इस कार्रवाई से झुकने और टूटने वाला नहीं हूं। ईडी को छापेमारी के दौरान कुछ हासिल नहीं हुआ। यह कॉमेडी ऑफ एरर्स जैसा है।''
- '"अफसर चेन्नई वाले घर में गए। लेकिन असली मजाक तो दिल्ली के जोरबाग स्थित मेरे घर में हुआ। अफसरों ने मुझसे कहा कि उन्हें लगा कि यहां का मािलक कार्ति है। ये घर मेरे नाम पर है।'' 
- ''कथित एयरसेल-मैक्सिस केस में मेरे और कार्ति के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है। इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पीएमएलए के तहत कार्रवाई ईडी के अधिकार क्षेत्र में नहीं आती। कोर्ट ने ईडी से 30 जनवरी तक जवाब मांगा है।''

 

कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मोदी सरकार की साजिश

- कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ''इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे सीनियर लीडर पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है।''
- '"रोज पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की कठपुतली एजेंसियां अपोजिशन के खिलाफ बदले की कार्रवाई कर रही हैं। रेड राज मोदी के डीएनए में है। कांग्रेस ऐसी कायरतापूर्ण और दमनकारी नीतियों के विरोध में हमेशा खड़ी रहेगी।''

क्या हैं कार्ति पर आरोप?

- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ईडी फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) के 2006 में मिले अप्रूवल को लेकर है। ईडी का ये भी कहना है कि ये अप्रूवल उस वक्त मिला जब देश के फाइनेंस मिनिस्टर पी. चिदंबरम यानी कार्ति के पिता थे। 
- 2013 में ऐसे ही एफआइपीबी क्लीयरेंस पाने वाली कंपनी को कार्ति चिदंबरम ने गुड़गांव स्थित अपनी संपत्ति को किराये पर दिया था, लेकिन जांच एजेंसियों के बढ़ते शिकंजे को देखते हुए उन्होंने अपनी इस संपत्ति को बेच दिया। 
- कार्ति पर ये भी आरोप है कि उन्होंने प्रोविजन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) की कार्रवाई से परेशान होकर अपने कई बैंक अकाउंट्स बंद कर दिए और कई अकाउंट्स को बंद करने की कोशिश की।
- बता दें कि ये मामला फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रपोजल को मंजूरी देने से जुड़ा है। 2006 में पी. चिदंबरम के फाइनेंस मिनिस्टर रहते ही एयरसेल मैक्सिस के 600 करोड़ के विदेशी निवेश सौदे को मंजूरी दी गई थी।
- 3500 करोड़ से ज्यादा के एफडीआई के लिए कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) का अप्रूवल लिया जाना था। हालांकि अप्रूवल लिया ही नहीं गया।

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