Thursday, 22nd May 2025

रेलवे बिलासपुर जोन महाप्रबंधक को रोशनलाल ने भेजे सुझाव रायगढ़ स्टेशन में चलित सिढ़ी व गोडवाना में पेन्ट्रीकार की व्यवस्था की मांग

Fri, Jan 12, 2018 10:02 PM

रायगढ़. महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को पत्र लिखकर रायगढ़ के विधायक रोशनलाल ने यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा है कि रायगढ़ में रियासतकाल की सुविधाएं अब अत्यंत कम महसूस होने लगी है क्योंकि उसमें बढ़ोत्तरी करने में रेलवे विभाग ने कभी भी ध्यान नहीं दिया। पाावर प्लांटस, कोल माईन्स तथा स्टील प्लांटों में अत्यधिक बढ़ोत्तरी के कारण रायगढ़ की जनसंख्या कई गुनी बढ़ गई है। कई प्रांत के हजारों लोग इन उद्योगों के इर्द-गिर्द बस गए हैं। इस कारण रायगढ़ का व्यापार कई गुना बढ़ गया है, लेकिन रेलवे प्रशासन सुविधाओं के लिए नई योजनाएं बनाने की बात तो बहुत दूर है स्वीकृत योजनाओं को भी लागू करने मेें बार-बार हिचकिचाहट महसूस करता है जो समझ के परे है। उदाहरण के लिए द़ुर्ग-रायगढ़-दुर्ग को (जनशताब्दी रिटर्न) कुछ दिन चलाकर बंद कर दिया गया तथा रेलवे टर्मिनल की स्वीकृति के बाद भी उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया तथा दोबारा स्वीकृति मिलने पर भी योजना को आगे जारी रखने का उपक्रम नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने मांग और सुझावों की लंबी फेयरिश्त महाप्रबंधक बिलासपुर जोन का सांैपी हैं। उसमें मांग की गई है कि रायगढ़ में रेल टर्मिनल का प्रस्ताव स्वीकृत है व रेलवे बोर्ड में लंबित है। इसकी स्वीकृति की पहल करने, दुर्ग-रायगढ़-दुर्ग रेल का परिचालन जो कुछ माह बाद ही बंद कर दिया गया  को यात्रियों की सुविधा की दृष्टि से पुन: संचालित करने, 22893, 22894, हावड़ा सिर्डी 22909-22910, पुरी-बलसाड़ा-पुरी, 14709-14710 पुरी-बीकानेर-पुरी, 17005-17006 हैदराबाद-रखसौल, 17007-17008 सिकन्दराबाद-दरभंगा की स्वीकृति रायगढ़ में ठहराव के लिए आपके कार्यालय से स्वीकृत होकर रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इन सभी पांच ट्रेनों का ठहराव रायगढ़ में स्वीकृत करने के लिए पहल, रायगढ़ स्टेशन के मुख्य द्वार में यातायात का दबाव निरंतर बढ़ रहा है। अत: दक्षिण दिशा की तरफ भी प्लेटफार्म में प्रवेश द्वार एवं टिकट खिड़की की व्यवस्था करने, आईओडब्ल्यू कार्यालय एवं रेलवे के पुराने क्वार्टर को अन्यत्र स्थानांतरित कर पार्किंग स्पेस का विस्तार करने की भी जरूरत है।  
विधायक रोशनलाल ने लिखा है कि रायगढ़ आरएमएस को जगह आबंटित है। यह उस समय की व्यवस्था है जब संदेश भेजने के लिए मात्र रेल ही सुविधा थी। अब इसमें व्यापक बदलाव हुए हैं। जहां डाक कम हो गए हैं वहीं डाक स्टॉफ भी कम हुए हैं। रेलवे मुख्य द्वार की कीमती जमीन आरएमएस के पास है। आरएमएस को हो सके तो झारसुगड़ा स्थानांतरित कर स्थान खाली करवाकर रेवले स्टेशन परिसर का सौन्दर्यीकरण करने की जरूरत है। उन्होंने लिखा है कि बिलासपुर-दिल्ली-राजधानी 12441/2 रायगढ़ से संचालित थी उसे पुन: रायगढ़ से प्रस्थान करवाने, ट्रेन नंबर 18247/48 बिलासपुरी-रीवा एक्सप्रेस को रायगढ़ से संचालित करने तथा रायगढ़-खरसिया-चांपा-नैला में राजस्थान से आए अत्यधिक सामाजिक, धार्मिक शिक्षा से जुड़े यात्री लगभग प्रत्येक दिन सफर करते हैं अत: ट्रेन नंबर 18243/44 तथा 12845/46 बिलासपुर-भगत की कोठी एक्सप्रेस को भी रायगढ़ से प्रस्थान करवाने की व्यवस्था अतिशीघ्र करने के लिए मांग की गई है। 

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