भिंड(ग्वालियर) .नेशनल हाईवे-92 पर भीषण हादसा हो गया। इस एक्सीडेंट में डंपर से टकराने पर मिनी लोडिंग वाहन बुरी तरह डेमेज हो गई। गाड़ी में तीन बिजनेसमैन और ड्राइवर में फंसे रहे। हादसे के बाद लोगों ने इन्हें निकालने की कोशिश की। उस समय तक वाहन में फंसे लोगों की सांसे चल रही थीं। इस दौरान फंसे लोगों को कटर लानी पड़ी। जब तक कटर से काटकर सबको निकाला गया तीनों पीड़ितों ने दम तोड़ दिया। कैसे हुआ हादसा...
- ग्वालियर जिले के रायरू इलाके के बीलपुरा गांव के रहने वाले राजवीर यादव गुरुवार की सुबह पांच बजे घर से निकले थे।
- राजवीर खुद की मिनी लोडिंग गाड़ी लेकर पहले ग्वालियर आए। यहां से उन्होंने नरेश पारिख, केदार सिंह जादौन और मनोज जाट को अपनी गाड़ी में बैठाया।
- इनके साथ वे इटावा क्षेत्र के पशुपुरा गांव की मवेशी हाट से भैंसें खरीदने जा रहे थे। इन लोगों के पास 1.86 लाख रुपए थे, जिनसे ये तीन भैंसें खरीदने वाले थे।
- इनकी गाड़ी जब गोहद चौराहा थाना इलाके से निकलकर मेहगांव थाना इलाके के बहुआ गांव के पास आया तो यहांतेज गति से आ रहे हरे रंग के डंपर ने टक्कर मार दी।
- वाहन के ड्राइवर समेत इन तीनों बिजनेसमैन की मौत हो गई। हादसे में मारे गए वाहन ड्राइवर राजवीर का डेढ़ साल का इकलौता बेटा है।
नरेश की बेटी की सगाई की बात चल रही थी, हादसे के कारण केदार-मनोज का परिवार भी टूट गया
- इस हादसे में मौत का शिकार हुए नरेश पारिख दो बेटे और एक बेटी है।
- वे बेटी मीनाक्षी की सगाई करने वाले थे, बेटी की शादी को लेकर रिश्तेदारी में चर्चा चल रही थी।
- उनकी 150 भैंसों की डेयरी है। इसके लिए वे नई भैंस लेने इटावा के पशुपुरा की हाट में जा रहे थे।
- व्यापारी केदार सिंह जादौन (60) पुत्र लालसिंह निवासी चंदनपुरा ग्वालियर के तीन बेटे हैं, तीनों की शादी हो गई है।
- केदार सिंह की मौत की खबर मिलते ही परिवार में मातम छाया हुआ है।
- तीसरे मृतक व्यापारी मनोज जाट का एक लड़का 5 साल का है। जबकि बेटी निधि 10 साल की है।
- इस हादसे में उनकी मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं बेटी भी पिता की मौत के बाद से रो-रोकर पिता को पुकार रही है।
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