Saturday, 24th May 2025

इंदौर में ऑपरेशन मच्छी बाजार के तहत तोड़फोड़ की कार्रवाई

Wed, Jan 10, 2018 8:58 PM

इंदौर। सरवटे बस स्टैंड से गंगवाल बस स्टैंड के बीच प्रस्तावित सड़क को लेकर इंदौर के मच्छी बाजार इलाके में सुबह से निर्माण तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। नगर निगम और जिला प्रशासन की इस कार्रवाई में तहत मच्छी बाजार से सिलावटपुरा की जद में 150 से ज्यादा मकान, दुकान हैं जिन्हें तोड़ा जाएगा। फिलहाल इनमें से 66 मकानों को छोड़कर शेष पर कार्रवाई की जा रही है।

आपको बता दें कि स्टे खारिज होने के बाद मंगलवार को नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस ने शाम को मच्छी बाजार की देसी शराब की कलाली और अन्य निर्माण को हटाने की कार्रवाई की। एडीएम अजय देव शर्मा और नगर निगम के अपर आयुक्त देवेंद्रसिंह के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने पूरे संसाधनों और अमले के साथ सुबह ही इलाके में दस्तक दे दी थी। फिर 11 पोकलेन और करीब दो दर्जन जेसीबी मशीनों और डम्परों के साथ कार्रवाई शुरू की।

 

आपको बता दें कि निगम ने सरवटे बस स्टैंड से गंगवाल बस स्टैंड तक 80 फीट चौड़ी सड़क प्रस्तावित है। इनमें से कोर्ट प्रकरणोंं के चलते 66 मकानोंं को फिलहाल छोड़ा जा रहा है। 66 में से 60 के मामले सुप्रीम कोर्ट में और 6 मकानों के प्रकरण हाईकोर्ट इंदौर में लम्बित हैं।

 

इधर इस बार कार्रवाई बहुत सुनियोजित तरीके से की जा रही है। निगम के हर अमले में 50-50 निगमकर्मी और इतने ही पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल हैं। हर पोकलेन के साथ एक बिल्डिंग ऑफिसर, एक इंजीनियर भी रखे गए हैं।

टीआई हुए घायल

कार्रवाई के दौरान एमआईजी थाना प्रभारी तारेश सोनी घायल हो गए। कड़ावघाट के पास पोकलेन मशीन को पीछे लेने के दौरान टीआई पोकलेन की चपेट में आ गए और उनके पैर में चोट लग गई। उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

पूर्व सांसद पहुंचे विरोध करने

पूर्व सांसद कल्याण जैन अपने समर्थकों के साथ कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे थे। अधिकारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। वे हर हाल में कार्रवाई रोकने पर अड़े थे। ऐसे में वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके से हटाकर अलग किया। अधिकारी लगातार उन्हें कहते रहे कि उनके विरोध से स्थानीय लोग भड़क जाएंगे और अप्रिय स्थिति बन सकती है।

घरों की छत पर विशेष निगरानी

इस कार्रवाई के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रही है। इस बार बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घरों और मकानों की छतों पर भी खड़े किए गए हैं। छत से पूरे इलाके में विशेष निगरानी की जा रही है। गौरतलब है कि इस इलाके में दो बड़ी घटनाएं हुई हैं जब लोगों ने छतों से पुलिस और प्रशासन की टीमों पर हमला किया था। एक घटना में तत्कालीन एसपी अनिलकुमार धस्माना के गार्ड छेदीलाल दुबे के सिर पर सीलबट्टा फेंका गया था जिससे उनकी मौत हुई थी।

भारी पुलिस बल तैनात

इलाके की संवेदनशीलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पूरी कार्रवाई के लिए करीब 500 का पुलिस बल तैनात किया गया है। इनमें थाना प्रभारियों सहित 17 थानों का बल, एसएफ के 90 जवान, रिज़र्व बल के करीब 100 कर्मी मौजूद हैं।

 

Comments 0

Comment Now


Videos Gallery

Poll of the day

जातीय आरक्षण को समाप्त करके केवल 'असमर्थता' को आरक्षण का आधार बनाना चाहिए ?

83 %
14 %
3 %

Photo Gallery