भोपाल। राज्य सरकार दो जुलाई-18 को प्रदेश में आठ करोड़ पौधे रोपकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगी। इसके लिए वन विभाग 12 करोड़ पौधे तैयार करेगा। ताकि पिछले साल की तरह दूसरे राज्यों से पौधे न खरीदना पड़ें। विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। ग्राम पंचायत स्तर पर वन समितियों को नर्सरी और पौधे तैयार करने का काम सौंपा जा रहा है। इसके लिए मनरेगा योजना से राशि दी जा रही है।
प्रदेश में दो जुलाई 2017 को एक साल 6.98 लाख पौधे रोपकर राज्य सरकार ने रिकॉर्ड बनाया है। इसी को आगे भी कायम रखा जाना है। इसलिए वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास सहित अन्य विभागों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अभियान से 50 लाख लोगों को जोड़ने के निर्देश दिए हैं। सरकार इस माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करना चाहती है। इस अभियान में पिछले साल 35 हजार लोगों ने योगदान दिया था।
ऐसे तैयार किए जाएंगे पौधे
विभाग 10 ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक क्लस्टर तैयार करेगा। इसमें एक नर्सरी तैयार कराई जाएगी। नर्सरी में पौधे तैयार करने की जिम्मेदारी एक या इससे ज्यादा वन सुरक्षा समितियों को सौंपी जाएगी। ये जंगली प्रजाति के पौधों के साथ गार्डन में लगने वाले पौधे भी तैयार कर सकेंगी। उन्हें ये पौधे बेचने की भी छूट होगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास के सहयोग से विभाग इन समितियों की तीन साल आर्थिक मदद करेगा। इसके बाद वे अपना कारोबार खुद आगे बढ़ाएंगी।
95 फीसदी पौधे जीवित होने का दावा
उधर, वन अफसर दो जुलाई को नर्मदा कैचमेंट में रोपे गए 6.98 लाख पौधों में से 95 फीसदी पौधों के जीवित होने का दावा कर रहे हैं। अफसरों का कहना है कि पौधों की लगातार देखरेख की जा रही है। इसलिए उनका जीवित प्रतिशत बढ़ गया है।
इनका कहना है
हम इस योजना पर काम कर रहे हैं। मनरेगा से राशि की व्यवस्था की जा रही है। इससे वन सुरक्षा समितियों को काम भी मिल जाएगा और पौधों की जरूरत भी पूरी हो जाएगी।
शहबाज अहमद, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुसंधान एवं विस्तार/लोक वानिकी
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