पटना. 2017 खत्म होने को है। यह साल कई लोगों के लिए खुशियां लेकर आया तो कुछ के लिए मुसीबत। आरजेडी प्रमुख लालू यादवके लिए यह साल परेशानियों भरा रहा। साल की शुरुआत में ही उन्हें जमीन पर बैठना पड़ा और सामने मंच पर लगी कुर्सी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विराजमान थे।
जैसे-जैसे साल के महीने आगे बढ़े लालू की परेशानी भी बढ़ने लगी। 2015 के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जीतने वाली आरजेडी जदयू और कांग्रेस के साथ बने महागठबंधन में बड़े भाई की भूमिका में थी। लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव स्वास्थ मंत्री थे, लेकिन आरजेडी को सत्ता सुख ज्यादा दिन न मिला। 26 जुलाई को नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया। महागठबंधन तोड़कर नीतीश ने बीजेपी से हाथ मिलाया और लालू की पार्टी सत्ता से बेदखल होकर विपक्ष में
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