नई दिल्ली. कुलभूषण जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतांकुल के साथ पाकिस्तान में हुई बदसलूकी पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को कड़ा एतराज जताया। राज्यसभा और लोकसभा में दी अपनी स्पीच में सुषमा ने पाकिस्तान के हर झूठे दावे की पोल खोल दी। अपनी इमोशनल स्पीच में सुषमा ने कहा कि सुहागिन मां और पत्नी को विधवाओं के रूप में एक बेटे-पति के सामने पेश किया गया। पाकिस्तान की तरफ से बेअदबी की इससे बड़ी इंतहा और क्या होगी? बता दें कि बीते सोमवार को जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात हुई थी जो 47 मिनट चली। लेकिन इस दौरान पाकिस्तान के अफसरों और पाक मीडिया ने दोनों महिलाओं से बदसलूकी की। नौसेना के रिटायर्ड अधिकारी जाधव को जासूस मानते हुए पाक की मिलिट्री कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। इस पर इंटरनेशनल कोर्ट ने रोक लगा रखी है।
सुषमा ने इस तरह पाकिस्तान को बेनकाब किया
1) पाकिस्तान ने वादा तोड़ा, इस मुलाकात को हथियार बनाया
- सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘22 महीने बाद एक मां की अपने बेटे से और पत्नी की अपने पति से होने वाली भावभरी मुलाकात को पाकिस्तान ने अपने प्रोपोगैंडा के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। हमारे बीच स्पष्ट समझौता था कि पाक मीडिया को जाधव की मां-पत्नी के नजदीक आने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’’
- ‘‘जाधव की मां-पत्नी की गाड़ी को जानबूझकर रोका गया ताकि मीडिया उन्हें प्रताड़ित कर सके। पाकिस्तानी प्रेस को न केवल जाधव के परिवार के पास आने का मौका दिया गया, बल्कि अपशब्दों के साथ उनका अपमान करने दिया गया। उन्हें ताने-उलाहने दिए गए। उन पर झूठे आरोप लगाए गए। उन्हें परेशान होने दिया गया।’’
2) सुरक्षा के नाम पर बदलसूकी की
- सुषमा ने कहा- पाकिस्तान ने सुरक्षा के नाम पर जाधव के परिवार के कपड़े तक बदलवा दिए। पहनने के लिए अपनी तरफ से कपड़े दिए गए। जाधव की मां सिर्फ साड़ी पहनती हैं। लेकिन उन्हें साड़ी की बजाय सलवार-कुर्ता पहनने को मजबूर कर दिया गया। केवल पत्नी की नहीं, उनकी मां की चूड़ियां, बिंदियां और मंगलसूत्र तक उतरवा लिया गया।
3) मां ने भरे गले से गुजारिश की, पाक ने बात नहीं मानी
- सुषमा ने आगे बताया, ‘‘मुझसे सदन में गलतबयानी ना हो जाए, इसलिए आज सुबह ही मैंने जाधव की मां से दोबारा बात कर यह बात पूछी। मां ने भरे गले से कहा कि जिस वक्त वे मंगलसूत्र उतार रहे थे तो मैंने कहा कि ये मेरे सुहाग की निशानी है, इसे ना उतारें। मैंने जिंदगी में इसे कभी नहीं उतारा। लेकिन अफसरों ने कहा कि उनकी मजबूरी है। वे सिर्फ ऑर्डर फॉलो करें।’’
4) पाक ने बेअदबी की इंतहा की
- सुषमा ने बताया, ‘‘मां ने आगे बताया कि उन्हें देखते ही कुलभूषण ने पूछा कि बाबा कैसे हैं? मां के माथे पर बिंदी और गले में मंगलसूत्र न देखकर जाधव को शक हो गया कि उनके पीछे कोई अशुभ घटना तो नहीं हो गई? दोनों सुहागिनों को विधवा के रूप में पति-बेटे के सामने पेश किया, पाक की बेअदबी की इससे बड़ी इंतहा नहीं हो सकती।’’
- ''उन्हें मराठी में भी नहीं बाेलने दिया गया। पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा लगातार उन्हें रोका गया। इंटरकॉम बंद कर दिया गया ताकि वे आगे बातचीत ना कर सकें।''
5) जूतों में कुछ था तो दो-दो सिक्युरिटी चेक के दौरान क्यों नहीं मिला?
- सुषमा ने पाकिस्तान के इस दावे की भी पोल खोल दी कि जाधव की पत्नी के जूतों में जासूसी का कोई मैटेलिक सामान लगा था। सुषमा ने कहा, ‘‘जाधव की पत्नी के जूते उतरवाए गए। मांगने पर भी नहीं दिए गए। हमें अहसास हो गया था कि पाकिस्तान के लोग इससे शरारत करने वाले हैं। हमारी आशंका सच साबित हो रही है।’’
- ‘‘कभी कहते हैं कि जूते में कैमरा था, कभी कहते हैं कि चिप थी। शुक्र है ये नहीं कहा कि उन जूतों में बम रखा था। वे तो भारत लौटने के लिए अपने जूते मांग रही थीं। वे भी उन्हें नहीं दिए गए। इससे ज्यादा बेतुकी बात नहीं हो सकती क्योंकि इन्हीं जूतों को पहनकर जाधव की पत्नी एअर इंडिया से दुबई और वहां से एमिरेट्स की फ्लाइट से इस्लामाबाद पहुंची थी। दो-दो बार सिक्युरिटी चेक हुआ था।’’
- ‘‘चलिए आप शक कर सकते हैं कि एयर इंडिया ने शायद मदद कर दी हो। लेकिन एमिरेट्स जैसी फ्लाइट जो दुबई से इस्लामाबाद जाती हो, वहां पूरा सिक्युरिटी चेक हुआ। वहां किसी को रिकॉर्डर और चिप नजर नहीं आई। जब मीडिया का इतना बड़ा तमाशा खड़ा कर रखा था, चिप थी तो उसी वक्त दिखाते। अब शरारत कर रहे हैं।’’
जाधव को पूरी राहत दिलवाएंगे
- सुषमा स्वराज ने कहा- "हम जाधव के मृत्युदंड को रुकवाने में सफल रहे। यह मृत्युदंड पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने गलत और हास्यास्पद तरीके से चलाए गए मुकदमे में सुनाया गया था। यह सजा टल गई है। अब हम और मजबूत तर्कों के आधार पर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के जरिए जाधव को स्थायी राहत देने की कोशिश कर रहे हैं।"
तनाव और दबाव में थे जाधव
- सुषमा ने कहा- जाधव की मां और पत्नी ने बताया कि कुलभूषण तनाव और दबाव में थे। कैद करने वालों ने जो सिखा-पढ़ाकर भेजा था, वो वही बोल रहे थे। उनकी बोलचाल और हावभाव से पता चल रहा था कि वे पूरी तरह स्वस्थ भी नहीं हैं। पाकिस्तान इसे मानवतावादी कोशिश के तौर पर पेश कर रहा है। लेकिन इस मीटिंग से इंसानियत गायब थी। इस मीटिंग में जाधव के परिवार के लोगों के मानवाधिकार का उल्लंघन ही हो रहा था।
विपक्ष ने भी दिया सरकार का साथ
- कांग्रेस नेता और राज्यसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन गुलाम नबी आजाद ने कहा, "मैं अपनी पार्टी की तरफ से सरकार के बयान से एसोसिएट करना चाहूंगा। पाकिस्तान की लीडरशिप और उसकी फौज को भारत अच्छी तरह से जानता है, यहां के लोग जानते हैं। उन्हें लोकतंत्र में कोई विश्वास नहीं है। उन्हें मर्यादा में विश्वास नहीं है।"
- आजाद ने कहा, "जाधव की पत्नी का मंगलसूत्र, बिंदी निकालना। मैं ये सोचता हूं कि ये जाधव की फैमिली के साथ नहीं, ये भारत के 130 करोड़ लोगों की मां-बहन के साथ हुआ अपमान है। जब देश की आन-बान-इज्जत की बात होती है तो कोई दूसरा देश हमारी मां-बहनों का अपमान करे तो यह बर्दाश्त नहीं होगा।"
पाकिस्तान में आखिर क्या हुआ था?
- पाकिस्तान ने मुलाकात के पहले और मुलाकात के बाद मीडिया को जाधव की मां और पत्नी से बातचीत की इजाजत दी, जबकि तय यह था कि मीडिया को पहुंचने नहीं दिया जाएगा।
- मुलाकात से पहले जिस गाड़ी में जाधव की मां और पत्नी गई थीं उसे पाकिस्तानी अफसरों ने मीडिया के सामने ही रोका। जहां मीडिया वाले सवाल करते रहे। हालांकि जाधव की मां और पत्नी ने उनसे कोई बात नहीं की।
- इसके बाद जाधव से मुलाकात के बाद जब मां और पत्नी दूतावास से बाहर आईं तो पाकिस्तानी मीडिया वालों को मौका देने के लिए गाड़ी देरी से भेजी। इसी बीच मीडिया सवाल करता रहा, लेकिन अफसरों ने मीडिया को महिलाओं से दूर करने की कोई कोशिश नहीं की।
- जाधव से मिलने से पहले पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनकी पत्नी और मां से बिंदी, चूड़ियां, मंगलसूत्र और जूते उतरवा लिए थे। पत्नी चेतना के जूते वापस नहीं किए।
- बुधवार को पाक ने जाधव की पत्नी के जब्त किए गए जूते फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए। जूतों में मैटल की कोई चीज लगी होने की बात कही गई है। पाकिस्तान ने आशंका जताई है कि यह मेटल कैमरा या चिप हो सकती है।
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