कवर्धा(छत्तीसगढ़). फॉरेस्ट एसडीओ और रेंजर भर्ती में शामिल होनी वाली महिलाओं को सीने का माप बताना होगा। सीने का माप न्यूनतम 79 सेमी होना जरूरी है। इसके साथ ही सीना फुलाकर 5 सेमी का अंतर भी जरूरी है। ये स्टैडर्ड तय किए हैं छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने। आयोग ने इसके लिए एेडवरटाइमेंट भी जारी किया है, जो सीजीपीएससी की वेबसाइट पर देखा सकता है। ऐड के मुताबिक भर्ती परीक्षा में लिखित के साथ शारीरिक परीक्षा भी आयोजित की जानी है। ऐड 21 दिसंबर 2017 को वेबसाइट पर जारी किया गया। वहीं, मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने ट्वीट कर अपने प्रदेश में सीने के माप को अापत्तिजनक करार दे चुकी हैं।
पैरामिलिट्री और पुलिस में भी ऐसा नियम नहीं
पैरामिलिट्री के अलावा राज्य में पुलिस, जेल व होम गार्ड में महिलाओं की तैनाती होती है। इन विभागों में फिजिकल टेस्ट भी होता है। जिसमें महिलाओं का परीक्षण दौड़, ऊंची, लंबी कूद, गोला फेंक के जरिए किया जाता है। लेकिन महिलाओं के सीने का माप नहीं लिया जाता।
भर्ती ऐड में ये बताए गए हैं नियम
सहायक फॉरेस्ट संरक्षक के लिए कुल 13 पद और फॉरेस्ट क्षेत्रपाल के लिए 46 पद शामिल हैं। दोनों पदों के लिए शैक्षिणक योग्यता विज्ञान संकाय में स्नातक होना जरूरी है। महिलाओं की ऊंचाई सामान्य, ओबीसी व अ.ज. के लिए 150 सेमी, अ.ज.जा. के लिए 145 सेमी व सीना के माप के साथ 4 घंटे में 16 किमी पैदल चाल भी शामिल है।
पिछले कई वर्ष से चल रहा है
छग के प्रधान मुख्य फॉरेस्ट संरक्षक आरके सिंह ने मामले पर कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है, ऐड देख कर ही बता पाऊंगा। वैसे आईएफएस भर्ती में महिला-पुरुष दोनों के सीने की लंबाई व विस्तार मापा जाता है। ये पिछले कई वर्ष से चल रहा है।
हम सिर्फ परीक्षा लेते और परिणाम जारी करते हैं
छग पीएससी चेयरमैन केआर पिस्दा ने कहा कि भर्ती नियम संबंधित विभाग तय करता है। पीएससी सिर्फ परीक्षा लेने और परिणाम जारी करता है। विभाग पदों की सूचना पीएससी को देता है, जिसके आधार पर परीक्षा ली जाती है।
महिला आयोग संज्ञान लेगा
छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पांडेय के मुताबिक, मामला संवेदनशील है। मुझे तो भास्कर के जरिए यह जानकारी मिल रही है। नियमों को देखते हुए मामले में संज्ञान लेंगे।’’
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