पटना. कहने को अमृतसर अलग मिजाज का शहर है। इसे पंजाब का दिल भी कहते हैं, जहां पंजाबियत की खुशबू बिखरी है। इसके स्वभाव में बेफिक्री, सादगी और मस्तमौलापन है। कुछ ऐसी ही पंजाबियत की खुशबू इन दिनों पटना सिटी में बिखरी है। गुरु की नगरी का मिजाज बिल्कुल बदला-बदला है। अमृतसर का मिजाज, खुशबू, रंग, सजावट और मस्तमौलापन इन दिनों पटना में दिख रहा है। अमृतसर, पंजाब, हरियाणा, कानपुर, लुधियाना और विदेश से आए श्रद्धालु भी पटना में अमृतसर का अक्स देख रहे हैं। कहते हैं शुकराना समारोह में गुरु की नगरी पटना, अमृतसर से तनिक कम नहीं दिखती।
तख्तश्री हरिमंदिर साहिब, बाललीला गुरुद्वारा, कंगन घाट, बाइपास टेंट सिटी का दरबार हॉल और शहर के चौक-चौराहों पर की गई सजावट में पंजाब के धड़कते दिल को महसूस कर सकते हैं। हर जगह श्रद्धालुओं के स्वागत में जी आया नूं के शब्द आंखों में कैद हो जाते हैं।
देश भर से आए श्रद्धालु बोले : ऐसी मेहमाननवाजी कभी अमृतसर में भी नहीं दिखी
अमृतसर से अपने माता-पिता, भाई और बच्चों के साथ आए सत्यवीर सिंह बताते हैं कि 20-25 साल बाद शुकराना समारोह में आने का मौका मिला है। इतनी बेहतरीन तैयारी और मेहमाननवाजी कहीं भी नहीं देखी। सरकार और प्रशासन के एक-एक पदाधिकारी और कर्मी दिल से सेवा कर रहे हैं।
ऐसा भव्य आयोजन तो कभी पंजाब में भी नहीं हुआ
रवींदर कौर, करीना, पिंकी ने कहा कि पटना अब अमृतसर हो गया है। जो स्वागत यहां हुआ और जिस तरह प्रकाश पर्व मनाया गया है, वैसा पंजाब में भी कभी नहीं हुआ। यहां की मेहमाननवाजी और आबोहवा दिल को छू गई है। जैसा सोचा था उससे लाखों गुना अधिक इज्जत और प्रेम मिला है।
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