Thursday, 22nd May 2025

ऊना की घटना पर क्यों मौन हैं मोदी, दलितों को मिली सिर्फ असुरक्षा: राहुल का 14वां सवाल

Tue, Dec 12, 2017 5:14 PM

नई दिल्ली. गुजरात चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी हर दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार से ट्विटर पर सवाल पूछ रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और राज्य की बीजेपी सरकार से 14वां सवाल किया। राहुल ने पूछा कि गुजरात में दलितों के लिए न जमीन है, न रोजगार है, न शिक्षा है उन्हें यहां सिर्फ असुरक्षा मिली है। राहुल ने मोदी से ऊना की घटना पर चुप्पी साधने का भी आरोप लगाया। बता दें कि पिछले साल गुजरात के ऊना में मरी गाय की खाल निकालने पर चार दलितों की बेरहमी से पिटाई की गई थी। विरोध में दलितों ने गुजरात के सरकारी कार्यालयों के सामने मरी गायें डाल दी थीं। गुजरात समेत देशभर में इस घटना के विरोध में प्रदर्शन हुए थे।

 

राहुल का 14वां सवाल

न जमीन, न रोजगार, न स्वास्थ्य, न शिक्षा 
गुजरात के दलितों को मिली है बस असुरक्षा

ऊना की दर्दनाक घटना पर मोदीजी हैं मौन 
इस घटना की जवाबदेही लेगा फिर कौन?

कानून तो बहुत बने दलितों के नाम 
कौन देगा मगर इन्हे सही अंजाम?

गुरुवार को दूसरे फेज के लिए होगी वोटिंग
- बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले फेज के लिए 9 दिसंबर को वोटिंग हो चुकी है। इसमें कुल 68% मतदान हुआ था। 
- दूसरे फेज के लिए राज्य के 14 जिलों में 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजों का एलान 18 दिसंबर को किया जाएगा।

सोमवार को कहा था- मौनसाहब से जवाब की दरकार
- सोमवार को पोस्ट किए गए अपने 13वें सवाल में राहुल ने केंद्र सरकार पर लोकपाल को दरकिनार करने, कथित घोटालों और चंद कारोबारियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। राहुल ने पूछा था कि ‘मौनसाहब’ से जवाब की दरकार है, किसके अच्छे दिन के लिए बनाई सरकार?

BJP के लिए क्या अब भाषण ही शासन है?
- राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट में लिखा- गुजरात में 22 सालों से बीजेपी की सरकार। मैं सिर्फ इतना पूछूंगा, ''क्या कारण है इस बार प्रधानमंत्री जी के भाषणों में ‘विकास’ गुम है? मैंने गुजरात के रिपोर्ट कार्ड से 10 सवाल पूछे, उनका भी जवाब नहीं। पहले फेज का प्रचार खत्म होने तक घोषणा पत्र नहीं, तो क्या अब ‘भाषण ही शासन’ है?''

ट्विटर पर सीरीज चलाकर सवाल पूछ रहे राहुल
- राहुल ट्विटर पर 22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब नाम की एक सीरीज चलाकर हर दिन मोदी से सवाल पूछ रहे हैं। अपने ट्वीट में वे गुजरात के हालात पर ‘प्रधानमंत्री जी से सवाल’ लिखकर ट्वीट कर रहे हैं।

राहुल के कुछ पिछले सवाल

13वां सवाल: कहते थे देंगे जवाबदेह सरकार किया लोकपाल क्यों दरकिनार? GSPC, बिजली-मेट्रो घोटाले, शाह-जादा पर चुप्पी हर बार, मित्रों की जेब भरने को हैं बेकरार। लम्बी है लिस्ट और ‘मौनसाहब’ से है जवाब की दरकार, किसके अच्छे दिन के लिए बनाई सरकार?

12वां सवाल: छोटे-मंझले कारोबारी त्रस्त बड़े उद्योगपति हैं मस्त। GST और नोटबंदी की दोहरी मार सूरत-राजकोट-अलंग-अंजार, नष्ट किए गुजरात के व्यापार। क्या जवाबदारी लेगी आपकी सरकार?

11वां सवाल: 80% इंजीनियर बैठे हैं बेकार टाटा नैनो जुमला, चली नहीं यह कार नौकरी, मांगने वालों को मिलती है गोली। युवा के भविष्य की लगा दी आपने बोली, बेची शिक्षा, बेची परीक्षा, स्कूल-कॉलेज बन गए दुकान। शिक्षा केंद्रों का मोदीजी क्यों बेच दिया ईमान?

10वां सवाल: आदिवासी से छीनी जमीन नहीं दिया जंगल पर अधिकार, अटके पड़े हैं लाखों जमीन के पट्टे न चले स्कूल न मिला अस्पताल, न बेघर को घर न युवा को रोजगार पलायन ने दिया आदिवासी समाज को तोड़। मोदीजी, कहांं गए वनबंधु योजना के 55 हजार करोड़।
- इससे पहले राहुल अपने सवालों में महिला सुरक्षा, शिक्षा, किसान और बेरोजगारी पर सवाल पूछ चुके हैं।

सातवें सवाल में कर दी थी कैलकुलेशन मिस्टेक
- राहुल ने मंगलवार को मोदी से सातवां सवाल किया था। इसमें उन्होंने गुजरात में तीन साल में बढ़े जरूरी चीजों के दाम पर जवाब चाहा था। उन्होंने इसके साथ एक चार्ट पोस्ट किया था। इसमें कीमतों की बढ़ोत्तरी को पर्सेंट में बताया गया था। लेकिन चार्ट में यह पर्सेंट 100% ज्यादा लिखा गया था। 
- मीडिया में यह खबर आने के बाद राहुल ने चार्ट डिलीट कर दिया और एक नया चार्ट पोस्ट किया था, जिसमें कीमतों में बढ़ोत्तरी फीसदी की बजाय रुपयों में बताई गई थी।

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