इंदौर। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) ने मंगलवार शाम मधुमिलन चौराहे से एक तस्कर को नशीली दवा 'मेफेड्रोन' के साथ पकड़ा। उसके पास 5 किलो 200 ग्राम ड्रग्स बरामद हुई। 'म्याऊं-म्याऊं' ड्रग के नाम से पहचानी जाने वाली इस दवा की अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत 8 करोड़ रुपए से ज्यादा है।
सीबीएन को मिली गोपनीय सूचना के बाद विभाग की सुपरिंटेंडेंट सबीहा खान की अगुआई में ब्यूरो के इंस्पेक्टर आरएन डोगरे, योगेश नंदवाल और हवलदार अरुण मीणा की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी आजाद खान को गिरफ्तार कर लिया।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक तस्कर मंदसौर का रहने वाला है। इंदौर बेचने के लिए ड्रग की खेप लाई गई थी। शंका है कि गिरफ्तार युवक महज ड्रग पैडलर (लाने-ले जाने वाला) है, जो किसी गिरोह के लिए काम करता है। इस साल अब तक बरामद हुई इस ड्रग की यह सबसे बड़ी खेप है। आशंका है नए साल के दौरान रेव पार्टियों में बेचने के लिए यह ड्रग इंदौर पहुंचाई गई थी।
नई ड्रग, कोकीन सा नशा
अधिकारियों के मुताबिक पकड़ी गई ड्रग्स को कोड वर्ड में म्याऊं-म्याऊं और एमडी के नाम से पहचाना जाता है। मेट्रो सिटी में पांच-सात साल पहले ही इसकी आमद हुई है। पार्टी ड्रग के तौर पर अब शहर में पैर पसारती दिख रही है।
अफीम या किसी और पौधे के बजाय इसे दवाइयों के लिए उपयोग होने वाले केमिकल्स से बनाया जाता है। इसका नशा कोकीन की तरह ही होता है, लेकिन सिंथेटिक होने के कारण यह उस ड्रग्स के मुकाबले कम कीमत में बेची जाती है। कम कीमत और पार्टी में सप्लाय होने से बड़े पैमाने पर युवा इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। टीम तस्कर से पूछताछ कर रही है, ताकि असली अफराधियों तक पहुंचा जा सके।
Comment Now