नई दिल्ली. बीजेपी स्पोक्सपर्सन जीवीएल नरसिम्हा राव ने अयोध्या विवाद को लेकर राहुल गांधी पर एक विवादित ट्वीट कर दी है। इसमें उन्हें बाबर भक्त और खिलजी का रिश्तेदार बताया है। उनके इस ट्वीट पर बवाल मच गया है।
उन्होंने लिखा, "अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने के लिए राहुल गांधी ने ओवैसिस, जिलानिस से हाथ मिला लिया है। राहुल गांधी निश्चित रूप से एक 'बाबर भक्त' और 'खिलजी के रिश्तेदार' हैं। बाबर ने राम मंदिर को नष्ट कर दिया और खिलजी ने सोमनाथ को लूट लिया। नेहरू वंश दोनों इस्लामी आक्रमणकारियों के पक्ष में!"
लोगों ने राव को दीं नसीहत
- राव के इस ट्वीट पर अभय दधीच ने लिखा- आपकी मानसिकता जल्द स्वस्थ हो।
- रुपेश कुमार ने लिखा- आप मंदिर को लेकर ईमानदार है ! तो सदन में बिल लाकर पास क्यों नहीं करवाते है ! पता चल जायगा कौन मंदिर के साथ है ! कौन वोट के साथ !
- ईशांत कथूरिया ने लिखा- @GVLNRAO आप हाफिज सईद के कुनबे के हो। जिस भाषा का प्रयोग कर रहे उसी में जवाब मिलेगा
- रंजीत कुमार सिंह ने कहा- अगर मोदी- योगी पर विश्वास नहीं हो तो सन् 1992 की तरह आ जाओ रंग में, बाबरी विध्वंस की तरह श्रीराम मंदिर को अंजाम दो।
मोदी ने कहा था- कांग्रेस को औरंगजेब राज मुबारक
- नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वलसाड के पास धरमपुर की रैली में कांग्रेस प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए राहुल के नॉमिनेशन पर सवाल उठाए थे।
- उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी जमानत पर हैं, फिर भी उन्हें अध्यक्ष बना रहे हैं। आज मणिशंकर अय्यर ने कहा कि क्या मुगल राज में इलेक्शन हुए थे? तब जहांगीर की जगह शाहजहां आए। मतलब साफ था कि शाहजहां के बाद औरंगजेब ही राज करेंगे। पहले से पता था कि जो बादशाह है, उसके वारिस को सत्ता मिलेगी। कांग्रेस के सीनियर नेताओं को पता है कि उनका बादशाह कौन होगा। इसीलिए कांग्रेस पार्टी नहीं, एक कुनबा है। ये औरंगजेब राज उनको मुबारक। हमारे लिए तो देश बड़ा है। 125 करोड़ जनता हमारी हाईकमान है।''
- बता दें कि राहुल ने हाल ही में कांग्रेस नेशनल प्रेसिडेंट की पोस्ट के लिए नॉमिनेशन फाइल किया है। उनके खिलाफ कोई दूसरा कैंडिडेट नहीं है। ऐसे में 11 तारीख को बगैर वोटिंग के उन्हें पार्टी का प्रेसिडेंट डिक्लेयर किया जाना तय है।
अय्यर ने क्या बयान दिया था?
- मणिशंकर अय्यर ने कहा- "जब शाहजहां जहांगीर की जगह आए थे, तब क्या इलेक्शन हुआ था? जब औरंगजेब ने शाहजहां की जगह ली तब क्या इलेक्शन हुआ था? नहीं न। यह सब जानते थे कि राजा की जगह उनका वारिस लेता है। यदि वे सभी एक-दूसरे के खिलाफ लड़ें तब अलग बात है।"
- "अब वक्त बदल गया है। प्रजातंत्र में, इलेक्शन होता है और सभी उसमें लड़ सकते हैं। हमने देखा था कि सोनियाजी के खिलाफ जितेंद्र प्रसाद खड़े हुए थे। आज जो भी चाहे चुनाव लड़ सकता है।"
शाह ने भी पूछा था राहुल से सवाल
- इस मुद्दे पर मंगलवार को अमित शाह ने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी गुजरात में मंदिर जा रहे हैं। दूसरी तरफ राम जन्मभूमि केस पर सुनवाई को टालने के लिए कपिल सिब्बल का इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी को अपना रुख साफ करना चाहिए।
- उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर जल्द से जल्द फैसला आए। जिससे अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन सके, जो कि देश की आस्था से जुड़ा है।
सिब्बल ने कोर्ट में क्या दलील दी थी?
- राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। उस दौरान सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि कोर्ट को देश में गलत संदेश नहीं भेजना चाहिए, बल्कि एक बड़ी बेंच के साथ मामले की सुनवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण बीजेपी के 2014 के घोषणापत्र में शामिल है, कोर्ट को बीजेपी के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
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