पटना.कदमकुआं थाना एरिया में स्थित होटल अप्सरा में एक व्यक्ति ने मानसिक रूप से बीमार पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दी। घटना होटल के कमरा नंबर 405 में शुक्रवार को हुई। वारदात को अंजाम देकर पति फरार हो गया। घटनास्थल से एक कागज मिला है, जिसमें हत्या करने वाले रामबाबू चौधरी ने खुद को मृतका संगीता का पति बताया है। उसने लिखा है-मेरी पत्नी मानसिक रूप से बीमार थी। हमलोग इलाज कराकर थक चुके थे। पूरा परिवार परेशान रहता था। इस कारण मेरा भी ब्रेन हेमरेज हो चुका है। इसलिए होटल में लाकर हमने इसकी हत्या कर दी।
रामबाबू ने यह भी लिखा है कि इसमें मेरे परिवार के किसी सदस्य की कोई भूमिका नहीं है। रामबाबू महेंद्रू का रहने वाला है और किसी प्रेस में काम करता है। टाउन डीएसपी एसए हाशमी ने बताया कि रामबाबू के साथ ड्राइवर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त सब्जी काटने वाला चाकू, एक मोबाइल, रांची के कांके स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकेट्री (सीआईपी) का पुर्जा बरामद किया है। इसी पुर्जा में मृतका का नाम संगीता लिखा हुआ है। उसकी उम्र चालीस साल थी।
ड्राइवर के आधार कार्ड पर 12 नवंबर को बुक हुआ था दो कमरा
12 नवंबर की रात रामबाबू उसका ड्राइवर भानू, एक महिला एक लड़की होटल आए थे। रामबाबू महेंद्रू का था इसलिए उसे होटल संचालक ने कमरा नहीं दिया। इसके बाद भानू के आधार कार्ड पर दो कमरा 307 और 308 बुक किया गया। 13 नवंबर को भानू और लड़की होटल से चले गए। इसके बाद होटल संचालक ने भानू के ही आधार कार्ड पर रामबाबू को कमरा नंबर बुक कर दिया।
उठ रहे हैं ये सवाल
- हत्या करने के लिए पति उसे होटल लेकर क्यों आया।
- हत्या ही करना था तो 17 दिन होटल में रहकर क्यों इंतजार किया।
- चालक होटल बुक कराने के दूसरे ही दिन क्यों चला गया।
- 4 चालक के साथ वो लड़की कौन थी।
- होटल संचालक बार-बार क्यों भानू को ही संगीता का पति बता रहा था।
- भानू के जाने के बाद उसी के नाम पर रामबाबू को क्यों दूसरा कमरा दिया गया।
- आठ हजार बकाया रहने के बाद भी रामबाबू को क्यों रहने दिया।
- एक अनजान महिला जो चार दिन पहले पैसा देने आई थी वो कौन थी।
किस वृद्ध महिला ने होटल को दिए थे पैसे
होटल के जिस कमरे को रामबाबू ने बुक कराया था उसका चार्ज प्रतिदिन 1700 रुपए चार्ज है। पहले दिन रामबाबू ने होटल संचालक को 9200 रुपए बतौर एडवांस दिए थे। अमृतांशु ने बताया कि रामबाबू पर 8523 रुपए बकाया हो गया था। अभी चार दिन पहले एक वृद्ध महिला रामबाबू और उसकी पत्नी से मिलने आई थी। उसी ने तकरीबन 5 हजार रुपए दिए और बोली कि जल्द ही सारा पैसा आपको दे दिया जाएगा। अब सवाल उठता है कि रामबाबू और उसकी पत्नी से मिलने आई वृद्धा कौन थी और होटल संचालक ने उससे पैसे क्यों लिए?
दोपहर एक से दो के बीच की गई हत्या
होटल के वेटर ने बताया कि दिन के 12 बजे दो कमरे में दो कप चाय मंगवाया गया था। इसके बाद लगभग ढाई बजे संगीता का पति हाथ में एक पासबुक लेकर होटल से निकल रहा था। अमृतांशु ने बकाया पैसे के लिए उसे टोका। संगीता का पति यह कहते हुए वहां से निकला कि बैंक से निकाल कर रहे हैं। आधे घंटे में आपको पूरे पैसे दे देंगे। हमलोगों को बुद्धमार्ग में कमरा मिल गया है वहीं चले जाएंगे। साढ़े तीन बजे होटल के रिसेप्शन से जब कमरा नंबर 405 में फोन किया गया तो किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद एक वेटर कमरे को देखने चला गया। डोरबेल बजाने पर जब किसी ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो वेटर ने दरवाजे पर धक्का दिया और दरवाजा खुल गया। अंदर की स्थिति खौफनाक थी।
होटल संचालक अमृतांशु ने बताया कि बताया कि भानू ही अपनी पत्नी संगीता के साथ यहां ठहरा था। उसने यहां तक कहा कि भानू शुक्रवार की दोपहर दो बजे तक होटल में दिखा है। हालांकि पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई कि भानू ड्राइवर था और वह 13 नवंबर को होटल से चला गया था। अब सवाल उठता है कि जब होटल में चार लोग ठहरे थे तो संचालक ने एक ही व्यक्ति का आईकार्ड क्यों लिया? भानू चला गया तब भी उसी के नाम पर कमरा क्यों बुक कर दिया?
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