हैदराबाद. ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप समिट मंगलवार से भारत में शुरू होने जा रही है। यह दो वजहों से चर्चा में है। पहला- यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प इस समिट में हिस्सा लेने वाली हैं। दूसरा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट का इनॉगरेशन करेंगे। साथ ही वे इवांका समेत 100 चुनिंदा आंत्रप्रेन्योर्स के साथ डिनर करेंगे। इवांका के इस दौरे को लेकर अमेरिका में भी विवाद खड़ा हो गया है। उनके इस दौरे से व्हाइट हाउस और स्टेट डिपार्टमेंट के बीच टकराव की भी खबरें आ रही हैं। जानिए किन वजहों से इवांका के दौरे को लेकर अमेरिका में नाराजगी है...
इवांका ट्रम्प भारत क्यों आ रही हैं?
- 28 से 30 नवंबर के बीच हैदराबाद में ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप समिट हो रही है। इसमें 1500 आंत्रप्रेन्योर्स समेत 2000 डेलिगेट्स हिस्सा ले रहे हैं। इसकी थीम 'वुमन फर्स्ट एंड प्रॉस्पेरिटी फॉर ऑल' है।
- इवांका ट्रम्प वुमन आंत्रप्रेन्योर की हैसियत से इस इवेंट में हिस्सा ले रही हैं। उन्हीं की सलाह पर प्रेसिडेंट ट्रम्प ने वुमन आंत्रप्रेन्योर्स के लिए वर्ल्ड बैंक फंड बनाने के मकसद से 5 करोड़ डॉलर की मदद देने का एलान किया था।
- इवांका 2014 से ‘वुमन हू वर्क’ कैम्पेन चला रही हैं। 2017 में उन्होंने इसी थीम पर सेल्फ हेल्प बुक ‘वुमन हू वर्क: रीराइटिंग द रूल्स फॉर सक्सेस’ लिखी। इस बुक में उन्होंने लिखा, ''मैं रियल एस्टेट डेवलपर और आंत्रप्रेन्योर हूं। मैं दुनियाभर में आइकॉनिक प्रॉपर्टीज बिल्ड करती हूं। एक ऐसे बिजनेस को भी आगे बढ़ा रही हूं जो महिलाओं को इंस्पायर और एम्पावर करता है।''
चार वजहों से इवांका के भारत दौरे पर कॉन्ट्रोवर्सी
1) विदेश मंत्री को मौका नहीं मिला
2010 में इस समिट की शुरुआत बराक ओबामा ने की थी। जहां-कहीं यह ग्लोबल समिट हुई, यूएस डेलिगेशन की अगुआई विदेश मंत्री या प्रेसिडेंट ने ही की। बराक ओबामा ने प्रेसिडेंट होने के नाते और जॉन कैरी ने विदेश मंत्री होने के नाते इस समिट में हिस्सा लिया। इस बार ऐसा नहीं होने जा रहा है।
2) अहमियत नहीं मिली तो हाई लेवल डेलिगेशन भी नहीं भेजा
- इस बार की समिट में यूएस डेलिगेशन की अगुआई विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन नहीं, बल्कि इवांका ट्रम्प कर रही हैं। ट्रम्प के प्रेसिडेंट बनने के बाद यह दूसरा ऐसा बड़ा इवेंट है जिसमें इवांका यूएस को रिप्रेजेंट कर रही हैं। इससे पहले उन्होंने जी-20 की एक वुमन समिट में यूएस को रिप्रेजेंट किया था। इसी से नाराज टिलरसन इवांका के साथ एक भी हाईलेवल डिप्लोमैट नहीं भेज रहे हैं।
- सीएनएन के मुताबिक, इवांका की वजह से व्हाइट हाउस और स्टेट डिपार्टमेंट के बीच टकराव खुलकर सामने आ गया है। स्टेट डिपार्टमेंट इवांका के साथ कोई सीनियर डिप्लोमैट नहीं भेजना चाहता। क्योंकि ऐसा करने पर इवांका की ग्लोबल इमेज मजबूत होगी।
- यह भी माना जाता है कि विदेश मंत्री टिलरसन यह महसूस करते हैं कि ट्रम्प के 10 महीने के एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान इवांका और उनके हसबैंड जरेद कुशनर उन पर हर मामलों में हावी हाेते दिखे।
3) महिलाओं के मामलों पर इवांका की खामोशी
- सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इवांका महिलाओं की थीम पर रखी गई समिट में यूएस को रिप्रेजेंट करने तो जा रही हैं, लेकिन महिलाओं से जुड़े कई अहम मुद्दों पर उनकी चुप्पी सवाल उठाती है। चार महिलाओं से सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोपी सीनेट कैंडिडेट रॉय मूर का ट्रम्प तो खुलकर सपोर्ट कर रहे हैं, जबकि इवांका इस पर कुछ नहीं कह रहीं।
- यूएस मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, ट्रम्प की पॉलिसीज में महिलाओं की हेल्थ और उनके राइट्स की अहमियत लगातार कम हो रही है, लेकिन इवांका इस पर कुछ नहीं बोलतीं। वहीं, ट्रम्प की बेटी होने के नाते ग्लोबल समिट में इवांका को भेजे जाने से दुनिया में यह मैसेज जा रहा है कि ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन में व्हाइट हाउस सिर्फ भाई-भतीजावाद से घिरा है।
4) गारमेंट वर्कर्स पर भी इवांका की चुप्पी
- द वॉशिंगटन पोस्ट ने अपने एक आर्टिकल में लिखा कि इवांका महिलाओं के मुद्दे पर अपनी बात रखने भारत तो जा रही हैं, लेकिन क्या वे उनकी फैशन लाइन में मदद करने वाले भारतीय गारमेंट वर्कर्स के बारे में कुछ कहेंगी?
- अखबार ने लिखा, ''द वॉशिंगटन पोस्ट ने इवांका ट्रम्प के ब्रांड में इस्तेमाल होने वाले कपड़ों के लेबल और शिपिंग रिकॉर्ड्स खंगाले। हमें पता चला कि ये प्रोडक्ट्स चीन, भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम से आते हैं। कौन-सी भारतीय फैक्टरियां इवांका ट्रम्प के ब्रांड के लिए कपड़े बनाती हैं, ये कहना मुश्किल है। लेकिन इवांका का ब्रांड लॉर्ड एंड टेलर जैसे डिपार्टमेंटल स्टोर्स पर भारत में बने कपड़े बेचता है। क्या इवांका भारत की गारमेंट इंडस्ट्री में उनके लिए काम करने वाली महिलाओं के बारे में कुछ कहेंगी?’
महिलाओं के लिए क्यों खास है यह समिट?
- समिट में 52.5% हिस्सेदारी महिलाओं की होगी। अफगानिस्तान, सऊदी अरब और इजरायल समेत 10 देशों के डेलिगेशन में महिलाएं ही होंगी।
- इस समिट में हिस्सा लेने वालों में 31.5% लोग 30 साल या इससे कम उम्र के हैं। सबसे कम उम्र के आंत्रप्रेन्योर की उम्र 13 साल और सबसे ज्यादा उम्र के आंत्रप्रेन्योर की उम्र 84 साल है।
पहले दिन क्या होगा?
- मंगलवार को नरेंद्र मोदी ग्लोबल आंत्रप्रेन्योरशिप का इनॉगरेशन करेंगे। इसमें उनकी स्पीच होगी।
- दोपहर 4 बजे से शाम 6 बजे के बीच प्लेनेरी सेशन होगा। इसमें बतौर पेनलिस्ट इवांका ट्रम्प शामिल होंगी। वे ‘वुमन आंत्रप्रेन्योरियल लीडरशिप’ सब्जेक्ट पर अपनी बात रखेंगी।
- इस सेशन को मॉडरेटर सिस्को के चेयरमैन जॉन चैम्बर्स करेंगे। इवांका के साथ निर्मला सीतारमण भी इस सेशन में पेनलिस्ट होंगी।
इवांका के साथ 20 मिनट मुलाकात करेंगे मोदी
- समिट में प्लेनेरी सेशन से पहले मोदी-इवांका के बीच मुलाकात होगी। इसके लिए शाम 3:25 से 3:55 के बीच का वक्त तय है। शाम को मोदी और इवांका दूसरे मेहमानों के साथ फलकनुमा होटल में डिनर करेंगे।
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