भोपाल। समय से सैलरी नहीं मिलने, इंक्रीमेंट में देरी और 8 घंटे की शिफ्ट को बढ़ाकर 12 घंटे करने से नाराज हेल्थ एंबुलेंस 108 के ड्राइवर्स ने हड़ताल कर दी। इससे पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गईं। मरीजों को लाने-ले जाने में काफी परेशानी आई। रविवार को सुबह से ही एंबुलेंस के पायलटों ने पहिये पर ब्रेक लगा दिया है।
मप्र में एंबुलेंस 108 का संचालन मुंबई की संस्था जिगित्सा हेल्थकेयर कर रही है। इसकी प्रदेश में 606 एंबुलेंस हैं, इसमें से 406 ने सेवाएं बंद कर दी हैं। असल में, एम्बुलेंस को चलाने वाले पायलेट और इसमें रहने वाले ईएमटी (पैरामेडिकल स्टाफ) अपनी तनख्वाह नहींं मिलने से नाराज हैं। अक्टूबर का वेतन अब तक नही मिला है। लिहाजा सभी 108 एंबुलेंस कर्मियों ने आज सुबह से ही हड़ताल कर दी है। हड़ताली एंबुलेंस कर्मियों ने साफ कहा है कि जब तक तनख्वाह नहीं मिलती तब तक वह वापस काम पर नहीं लौटेंगे। 108 एंबुलेंस बंद होने से मरीजों को अस्पताल पंहुचने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार से राशि लेकर भी नहीं दे रही सैलरी
108 एंबुलेंस का संचालन पूरे मप्र में जिगित्सा कंपनी द्वारा किया जाता है। इस संचालन के एवज में यह कंपनी सरकार से पैसा लेती है, लेकिन एंबुलेंस कर्मियों को वक्त पर तनख्वाह नहीं दी जाती। एम्बुलेंस कर्मियों के मुताबिक कंपनी एक महीने का वेतन रोककर चल रही है। जब से जिगित्सा कंपनी ने 108 एंबुलेंस के संचालन का काम संभाला है तब अब तक कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
Comment Now