रायपुर।सीडी कांड में पुलिस को जांच में कुछ अहम सुराग मिले हैं। इस बात की चर्चा है पत्रकार विनोद वर्मा के घर के आस-पास के कुछ मकानों और दुकानों का सीसी टीवी खंगालने पर पुलिस को कुछ ऐसे फुटेज मिले हैं, जिनमें कुछ प्रभावशाली नेता नजर आ रहे हैं। वे विनोद वर्मा के घर आते-जाते दिखे हैं। हालांकि फुटेज बहुत धुंधला है।
- सीबीआई की जांच शुरू होने के पहले यह फुटेज केस के लिए खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पुलिस ने इस इनपुट को अभी उजागर नहीं किया है। फिलहाल विशेषज्ञों की टीम फुटेज की जांच कर रही है। फुटेज के अनुसार प्रभावशाली नेता करीब दो घंटे तक विनोद वर्मा के घर रहे। उसके बाद उन्हें वापस जाते देखा गया।
- फुटेज की तारीख और बाकी ब्योरा भी पुलिस को मिल गया है। वहां आस-पास के इलाके में भी फुटेज की तलाश की जा रही है। उससे मिलान कर धुंधले फुटेज की तस्वीर साफ की जाएगी। पुलिस ने 27 अक्टूबर की सुबह वर्मा के घर पर छापा मारा था। 23 अक्टूबर को इंटेलिजेंस को सूचना मिली थी कि प्रदेश के किसी बड़े नेता की सीडी मार्केट में आने वाली है। उसके बाद गोपनीय जांच शुरू की गई।
मोबाइल जांच भोपाल में
- पत्रकार विनोद वर्मा से जब्त लैपटॉप, पेन ड्राइव और अलग-अलग सीडी को जांच के लिए चंड़ीगढ़ लैब भेजा गया है। पत्रकार के जब्त मोबाइल की जांच भोपाल में की जा रही है। मोबाइल से गायब डेटा को भी रिकवर किया जाएगा।
सीबीआई भी कर सकती है पत्रकार से लंबी पूछताछ
- सीबीआई की टीम एक बार फिर से विनोद वर्मा से लंबी पूछताछ कर सकती है। माना जा रहा है कि टीम जब भी रायपुर आएगी, सबसे पहले वर्मा का बयान लिया जाएगा। उनसे जेल के अंदर भी पूछताछ हो सकती है। टीम चाहे तो उन्हें फिर से रिमांड पर ले सकती है।
- वर्मा की सुनवाई सीबीआई कोर्ट में होगी। पूरा केस इसी कोर्ट में चलेगा। हालांकि उनकी अर्जी पर पुलिस को जवाब देना होगा। उन्होंने 13 बिंदुओं में अर्जी लगाई है। इसमें अंतागढ़ टेप कांड से लेकर केस को लेकर सवाल किया गया है। इस पर पुलिस अब तक जवाब नहीं दिया है। दो बार कोर्ट से समय ले चुके है। 27 नवंबर को कोर्ट में उन्हें जवाब पेश करना होगा।
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