कुएं में चिंघाड़ रही Wild हथिनी की टूट चुकी थी कमर, फिर 40 घंटे लगे निकालने में
Wed, Nov 15, 2017 7:27 PM
अंबिकापुर। यहां 13 हाथियों का दल एक गांव में पहुंच गया और ग्रामीण के घर को तरह-नहस करने लगा। इसी दौरान ग्रामीण जगे और टॉर्च जलाकर देखा कि कौन है अंधेरे में। ऐसे में एक हथिनी टॉर्च जला रहे ग्रामीण के पीछे पड़ गई। अंधेरे के चलते हथिनी का बैलेंस बिगड़ा और वो एक सूखे कुएं में गिर गई। उसे निकालने के लिए वन विभाग का पसीना छूट गया और 40 घंटे बाद हथिनी को दो क्रेनों की मदद से बाहर निकाला जा सका। जानिए पूरी घटना...
- घटना सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में बनारस रोड से लगे नवाधक्की का है।
- यहां रविवार की रात 13 हाथियों का दल इस इलाके में जा पहुंचा और एक ग्रामीण के घर को निशाना बना उसे तहस-नहस करने लगा।
- इसी दौरान ग्राम जग गए और टॉर्च की रोशनी में हाथियों को देखने लगे। इसी दौरान एक हथिनी ग्रामीण के पीछे दौड़ने लगी और रास्ते में बैलेंस बिगड़ने से एक सूखे कुएं में गिर गई।
- कुएं में गिरने से हथिनी की कमर और पैरों में गंभीर चोटें आ गईं। इधर उसके गिरने के बाद उसके साथी कुएं के आस-पास कुछ देर तक मंडराते रहे फिर पास के जंगल में चले गए।
- जब ग्रामीणों ने हथिनी को तड़पते हुए देखा तो वन विभाग को इसकी सूचना दी।
- सूचना मिलते ही सोमवार को सुबह चंदौरा थाना प्रभारी के साथ वन अमला मौके पर पहुंच गया। पहले तो जेसीबी मशीन से कुएं को एक तरह से खोदकर रास्ता बनाया गया।
- चोटिल होने के चलते हथिनी उसमें से निकल नहीं पाई। इधर ये करते-करते अंधेरा होने लगा। फिर कुएं में ही हथिनी को चारा और पानी दिया गया।
- मंगलवार की सुबह क्रेन मंगाया गया। अब समस्या ये थी कि हथिनी को बांधा कैसे जाए। फिर लेटर के चौड़े पट्टे का इंतजाम कर उसके पेट को बांधा गया।
- दोपहर करीब डेढ़ बजे दो क्रेनों की मदद से हथिनी को कुएं से बाहर निकालकर ट्रक में लादा गया। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
- ध्यान देने वाली बात है कि रमकोला से लगे ग्राम कठरा में हाथियों के इस दल ने आधा दर्जन घरों को तोड़ने के अलावा फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है।
- हथिनी के रेस्क्यू का हाल लेने के लिए मंगलवार को प्रदेश के गृहमंत्री रामविचार नेताम भी मौके पर पहुंचे थे।
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