नई दिल्ली। हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी डॉ. अशोक खेमका का रविवार को फिर से तबादला कर दिया गया है। यह उनका 51वां ट्रांसफर है। सरकार ने इस बार उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से हटाकर खेल एवं युवा मामले विभाग का प्रधान सचिव बना दिया है।
यह खबर मिलने के बाद खेमका ने कहा कि अब तो उनको लगता है कि जैसे भेजा फ्राई हो गया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'उनका यह ट्रांसफर एक क्रैश लैंडिंग की तरह है क्योंकि उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में काफी कुछ प्लानिंग कर रखी थी कि अचानक तबादले की खबर आ गई।'
उन्होंने लिखा अवतरण एक बार फिर धमाकेदार रहा। निहित स्वार्थ जीत गए। पूर्वानुभव, लेकिन यह अस्थायी है। नए जोश और ऊर्जा के साथ नई शुरूआत करूंगा। सूत्रों के अनुसार खेमका सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नशा मुक्ति केंद्रों में चल रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले थे। मगर, इसके पहले ही उन्हें विभाग से हटा दिया गया।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में खेमका की सक्रियता सरकार को रास नहीं आई। खेमका विभाग में लंबे समय से चले आ रहे भ्रष्टाचार की परतें खोलना शुरू कर चुके थे, अगर और कुछ समय विभाग में रहते तो बड़ी मछलियां बेनकाब हो सकती थीं। खेमका के खुलासों की आंच सीधे सरकार पर आने की भी आशंका थी।
विभाग की सरकारी गाड़ी का दुरुपयोग होने का मामला खेमका पहले ही सार्वजिनक कर चुके हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री कृष्ण कुमार बेदी को इस मामले में उन्होंने खूब खरी खोटी सुनाई थी। बतौर इस विभाग के प्रधान सचिव खेमका ने उन 3.22 लाख लोगों की पेंशन बंद कर दी थी, जिनके दस्तावेज मौजूद नहीं थे। इनमें से एक लाख लोगों की पेंशन आज भी बंद है।
गौरतलब है कि अशोक खेमका द्वारा उजागर गड़बड़ियों और अनियमितताओं के चलते हरियाणा की भाजपा सरकार के तीन मंत्रियों से उनका टकराव हो चुका है। खेमका सहित सरकार ने रविवार देर शाम 13 आईएएस अधिकारियों के नियुक्ति एवं तबादला आदेश जारी किए हैं। खेमका अब खेल मंत्री अनिल विज के विभाग का जिम्मा संभालने जा रहे हैं। विज पहले ही खेमका के मुरीद हैं और अनेक बार उनकी ईमानदारी की तारीफ कर चुके हैं।
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