Monday, 14th July 2025

महानगरी एक्सप्रेस में युवक पर कफन डाल डिब्बे से भागे लोग, 8 घंटे बाद ये हुआ

Sat, Nov 11, 2017 7:03 PM

इंदौर।रेल यात्रा को लेकर अापने कई किस्से सुने होंगे, लेकिन मुंबई से वाराणसी जा रही ट्रेन में जो हुआ उसे जानकर हैरान रह जाएंगे। मुंबई के कल्याण स्टेशन से ट्रेन में सवार हुआ एक युवक अचानक ऊपर की बर्थ से नीचे आ गिरा। गिरने के बाद उसकी धड़कनें थम गईं। डिब्बे में बैठे लोगों ने मृत समझकर उस पर उसी की चादर से ढंक दिया और ज्यादातर यात्रियों ने अपनी सीट खाली कर दूसरी बोगी में चले गए। सफर के दौरान 8 घंटे बाद एक यात्री ने रेलवे के हेल्प लाइन पर रेलवे पुलिस को सूचना दी कि महानगरी एक्सप्रेस के जनरल कोच में एक लाश पड़ी हुई है, बुरहानपुर रेलवे स्टेशन पर जैसे ही यह ट्रेन रुकी, जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने युवक को लाश समझकर सफेद कपड़ा लपेटकर बोगी से बाहर निकाल लिया। लेकिन वह अचानक ही उठ खड़ा हुआ। युवक अपना नाम पता नहीं बता पा रहा था। कुछ मिनट होश में रहने के बाद अचेत हो गया। जीआरपी ने युवक को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया है।


- जानकारी अनुसार 11093 डाउन महानगरी एक्सप्रेस मुंबई (कल्याण) से शुक्रवार को वाराणसी जा रही थी। ट्रेन के जनरल डिब्बे में एक युवक दवाई लेने के बाद ऊपर की सीट पर सो गया। कुछ देर बाद वह नीचे गिरा और अचेत हो गया। लोगों ने उसकी नब्ज देखी, लेकिन कोई हरकत नहीं थी। अनजान होने के चलते किसी ने पुलिस को खबर नहीं दी।

- ट्रेन कल्याण से इगतपुरी, नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल होते हुए बुरहानपुर तक आ गई। यहां एक यात्री को जब पता चला कि युवक का शव करीब आठ घंटे से इसी तरह डिब्बे में पड़ा हुआ है तो उसने रेलवे हेल्प लाइन नंबर 182 पर सूचना दी। बुरहानपुर जीआरपी और आरपीएफ को जैसे ही पाइंट मिला तो जवान दौड़ते हुए जनरल बोगी के पास पहुंचे। सफेद कपड़े में ढंके हुए युवक को मृत समझ पुलिस जवानों ने बोगी से बाहर निकाला। प्रधान आरक्षक गरीबदास ठाकुर स्ट्रेचर का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान उन्हें युवक की धड़कन महसूस हुई।

- जीआरपी के प्रधान आरक्षक गरीबदास ठाकुर ने बताया हमें जैसे ही यह खबर मिली तो स्ट्रेचर, चादर सहित पूरी तैयारी से डिब्बे में घुसे। बाहर निकालते समय भी युवक का शरीर हरकत नहीं कर रहा था। लेकिन मेरी नजर सीने पर पड़ी तो लगा धड़कन हो रही है। इस पर मैंने पानी छिड़ककर देखा। इस पर उसने हकरत की। इसके बाद उसे अस्पताल ले गए। अब उसे धीरे-धीरे होश आ रहा है। नाम पता लेकर युवक के घर पर सूचना देंगे। उसका बैग व टिकट हमारे पास रखा हुआ है।

 

8 घंटे से मरा हुआ समझ रहे थे यात्री

- जीआरपी के प्रधान आरक्षक गरीबदास ठाकुर ने बताया हमें जैसे ही यह खबर मिली तो स्ट्रेचर, चादर सहित पूरी तैयारी से डिब्बे में घुसे। बाहर निकालते समय भी युवक का शरीर हरकत नहीं कर रहा था। लेकिन मेरी नजर सीने पर पड़ी, उसकी धड़कन पता चलते ही पानी छिड़ककर देखा। वैसे ही सभी ने मरा हुआ मान लिया था। अब उसे धीरे-धीरे होश आ रहा है। नाम पता लेकर युवक के घर पर सूचना देंगे। युवक का बैग व कल्याण से वाराणसी का टिकट हमारे पास रखा हुआ है।

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