Friday, 23rd May 2025

प्रद्युम्न मर्डर: गुड़गांव पुलिस ने जिसे मेन विटनेस माना, उस तक ऐसे पहुंची CBI

Fri, Nov 10, 2017 7:42 PM

गुड़गांव. गुड़गांव के प्रद्युम्न मर्डर केस की जांच कर रही सीबीआई शुरू से एक अलग थ्योरी पर काम कर रही थी। पहले सीबीआई ने मर्डर से जुड़े मामले की बारीकी से स्टडी की और इससे जुड़े लोगों से बातचीत की। फिर सीबीआई ने स्कूल में लगे सीसीटीवी के तीन फुटेज 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को दिखाए। सीबीआई उसी बच्चे को आरोपी बता रही है, जिसे गुड़गांव पुलिस ने इस केस में मुख्य गवाह माना था। सीबीआई अब वारदात की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। भास्कर की पड़ताल में पता चला कि सीबीआई पांच स्टेप के जरिए नाबालिग आरोपी तक पहुंची थी जिसने बाद में मर्डर की बात कबूल कर ली।

 

वारदात की कड़ियां जोड़ने में जुटी CBI

  • स्टूडेंट्स और स्कूल इम्प्लॉइज से पूछताछ के बाद पुलिस ने बच्चे की हत्या में बस कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार किया था।
  • पुलिस ने 11वीं के स्टूडेंट को केस का मुख्य गवाह बनाते हुए धारा 164 के तहत बयान भी दर्ज कराया था।
  • अब मुख्य गवाह ही सीबीआई की जांच में कातिल है। उसे तीन दिन की रिमांड पर लेकर सीबीआई इस दिन की पूरी वारदात को जोड़ने में लगी हुई है।
 
 

नाबालिग आरोपी तक ऐसे पहुंची CBI

 

1) बच्चों को दिखाई तीन सीसीटीवी क्लिप

 
रेयान इंटरनेशनल स्कूल भोंडसी के 11वीं के एक स्टूडेंट ने ‘भास्कर’ को बताया कि 48 दिन की जांच में सीबीआई ने लड़कों को एक हॉल में बैठाकर तीन सीसीटीवी क्लिप दिखाई थीं। इसमें गेट, स्कूल के अंदर और वॉशरूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज थी।
 

2) बैग से मिला सुराग

 
एक स्टूडेंट ने बताया कि फुटेज में बच्चे एक-दूसरे की पहचान कराने की कोशिश कर रहे थे। मेन गेट और स्कूल के गेट के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज साफ थी, लेकिन वॉशरूम के पास की धुंधली थी। इसमें तीन-चार लोगों के धुंधले विजुअल दिख रहे थे। इसमें बच्चों के पीछे का बैग दिख रहा था। इसे ऑफिसर पहचानने के लिए तीन-चार बार वीडियो को दिखाकर बच्चों से पूछताछ कर रहे थे। इसके बाद बच्चों ने आरोपी के बैग के बारे में जानकारी दी थी।
 

3) स्टूडेंट्स के मोबाइल नंबर जांचे गए

  • बच्चों से मिली जानकारी के बाद सीबीआई दूसरे सबूतों पर काम करने लगी। फिर बच्चे के मोबाइल की जांच की।
  • इस आधार पर भी सीबीआई ने उसे ट्रेस करने का काम किया। एक-एक मोबाइल नंबर की जांच की।

 

4) लैब से धुंधले विजुअल्स को साफ कराया

 
इससे पहले पुलिस ने टॉयलेट के बाहर के सीसीटीवी को हैदराबाद लैब से साफ कराया था, जिससे धुंधली तस्वीर वाले की पहचान की जा सके।
 

5) सात स्टूडेंट्स और टीचर्स ने बताई आरोपी की हरकतें

 
सीबीआई की जांच में सात स्टूडेंट्स के नाम सामने आए। उनके क्लासमेट और टीचर्स से एक्सपर्ट के जरिए और बातचीत की गई। इसमें कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि आरोपी ने कहा था कि वह एग्जाम की तारीख बदलवा देगा। यह भी पता चला कि आरोपी पहले भी चाकू लेकर स्कूल आया था। अब सीबीआई ने सातों स्टूडेंट्स की कॉल डिटेल खंगालकर उन्हें सर्विलांस पर लिया। सभी इनपुट के आधार पर मंगलवार रात आरोपी छात्र को हिरासत में लेकर माता-पिता के सामने पूछताछ की गई। उसमें उसने वारदात में हाथ होने की बात कबूल ली।
 

लेकिन इस थ्योरी पर एक्सपर्ट्स ने उठाए सवाल

 
  • इस मामले पर भास्कर ने जब एक्सपर्ट्स से बात की तो उनका कहना था कि 16 साल का लड़का सात साल के बच्चे को अकेले कैसे मार सकता है? जिस टॉयलेट में बच्चे की हत्या की गई थी। वह सबसे आखिरी में है। ऐसे में क्या आरोपी स्टूडेंट बच्चे को जबरन टॉयलेट में लेकर गया और मर्डर किया। गुड़गांव पुलिस के मुताबिक, दो बच्चों ने अशोक को टॉयलेट में जाते देखा था।
  • ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चे की हत्या एक ने की या कोई और भी शामिल था। हालांकि, सीबीआई भी तीसरे एंगल पर जांच कर रही है। उधर, आरोपी के पिता का कहना है कि रेयान ग्रुप को बचाने के लिए उनके बेटे को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

आरोपी स्टूडेंट को पहले स्कूल, फिर सोहना ले गई CBI

  • सीबीआई की टीम गुरुवार को आरोपी स्टूडेंट को लेकर दोपहर बाद रेयान इंटरनेशनल स्कूल भोंडसी पहुंची। टीम स्कूल के कुछ बच्चों से पूछताछ करना चाहती है।
  • आरोपी स्टूडेंट ने सीबीआई को बताया है कि उसने वारदात को अंजाम देने के बाद अपने तीन-चार दोस्तों को यह बात बताई थी। ऐसे में सीबीआई उनसे पूछताछ करना चाहती है।
  • ऐसे में सीबीआई ने स्कूल मैनेजमेंट से संबंधित स्टूडेंट्स से पूछताछ करने के बारे में जानकारी ली। टॉयलेट रूम का भी मुआयना किया। इसके बाद सीबीआई आरोपी स्टूडेंट को लेकर सोहना लौट आई। उसने यहीं से चाकू खरीदने की बात कही थी।
  • माना जा रहा है कि शुक्रवार को सीबीआई स्कूल टाइम में इन स्टूडेंट्स से पूछताछ कर सकती है।
 

CBI ने क्या अनर्थ किया हमें नहीं पता: हरियाणा पुलिस

  • इस मामले में हरियाणा पुलिस की जांच पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में गुड़गांव के पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने कहा, "हमें सिर्फ 12 दिन मिले थे। जांच शुरुआती दौर में ही थी तभी मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। सीबीआई ने क्या अनर्थ किया हमें नहीं पता।"
  • उन्होंने कहा कि पुलिस के ऊपर कोई दबाव नहीं था। वारदात वाली जगह से मिले सबूतों की फॉरेंसिक रिपोर्ट आना बाकी है। हमें उम्मीद है कि सीबीआई विक्टिम फैमिली को इंसाफ दिलाएगी।

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