Thursday, 22nd May 2025

भारत कहेगा तो जाकिर नाइक को उनके हवाले कर देंगे: मलेशिया के डिप्टी PM

Thu, Nov 9, 2017 6:22 PM

कुआलालम्पुर.मलेशिया में पनाह लेने वाले विवादित इस्लामिक धर्मगुरू जाकिर नाइक पर वहां की सरकार का रुख सख्त हो गया है। मलेशिया के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर ने कहा कि अगर भारत उसके प्रत्यर्पण (Extradition) की मांग करता है तो हम उसे उनके हवाले कर देंगे। नाइक पर युवाओं को आतंकवाद के लिए उकसाने और हेट स्पीच देने का आरोप है। NIA ने नाइक के खिलाफ केस दर्ज किया है। वह काफी वक्त से मलेशिया में है लेकिन पिछले महीने ही उसे पब्लिकली देखा गया। इसके बाद भारत ने कहा कि वो नाइक को भारत भेजने की मांग करेगा।
 
मलेशिया के डिप्टी पीएम ने क्या कहा?
- मलेशिया के डिप्टी पीएम अहमद जाहिद हामिदी ने बुधवार को कहा- अगर भारत सरकार नाइक के प्रत्यर्पण की मांग करती है तो हम उसे उनके हवाले कर देंगे। फिलहाल, भारत की तरफ से ऐसी कोई रिक्वेस्ट नहीं की गई है। 
- जाहिद ने कहा कि नाइक ने अब तक मलेशिया की नागरिकता नहीं मांगी है। जाहिद मलेशिया के एक सांसद गोविंद सिंह के सवाल का जवाब दे रहे थे। जिन्होंने नाइक को मलेशियाई नागरिकता दिए जाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट्स पर सवाल पूछा था।
 
जाकिर ने मलेशिया में कोई कानून नहीं तोड़ा
- एक सवाल के जवाब में जाहिद ने कहा- नाइक ने मलेशिया में कोई कानून नहीं तोड़ा। उस पर टेरेरिज्म को बढ़ावा देने का आरोप हैं। हम साफ कर देना चाहते हैं कि मलेशिया हर मजहब का सम्मान करते हैं। हमने उसके चैनल पर आतंकवाद से जुड़ी कोई चीज नहीं देखी।
फॉरेन मिनिस्ट्री ने क्या कहा था?
- एक्टर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने कुछ दिन पहले कहा था, "हमारी लीगल प्रॉसेस पूरी होने के करीब है। इसके पूरा होते ही हम मलेशिया सरकार से रिक्वेस्ट करेंगे। अगले कुछ हफ्तों में पता लग जाएगा कि हमारी रिक्वेस्ट का नेचर क्या होगा।"
 
मलेशिया ही क्यों गया जाकिर नाइक?
- सिंगापुर के राजारत्नम स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के राशाद अली का कहना है- मलेशियाई सरकार ने जाकिर को पनाह इसलिए दी क्योंकि वो यहां के मलय मुसलमानों के बीच मशहूर है। उसके विवादित पहलुओं को ध्यान में नहीं रखा गया। 
- उन्होंने कहा, "अगर मलेशिया सरकार नाइक को देश से निकाल देती तो उसकी मजहबी भरोसे पर सवाल उठने लगते।"

जिस मस्जिद में जाते हैं मलेशिया के PM, वहीं दिखा नाइक
- जाकिर को जिस मस्जिद पुत्रा में देखा गया, वहां मलेशिया के पीएम नजीब रजाक और उनके मंत्री भी आते हैं। उसके साथ बॉडीगार्ड और फॉलोअर भी थे। नाइक को मलेशिया की स्थायी नागरिकता (permanent residency) दी गई है। मलेशिया को मॉडर्न इस्लामिक कंट्री माना जाता है। मलेशिया में मुस्लिमों के अलावा, क्रिश्चयन, हिंदू और बौद्ध भी काफी तादाद में रहते हैं।
 
विवादों में क्यों घिरा?
- 52 साल के नाइक पर युवाओं को आतंकवाद के लिए भड़काने का आरोप है। एनआईए को उसकी तलाश है। उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। यूट्यूब पर मौजूद एक वीडियो में उसने कहा था- अगर ओसामा बिन लादेन अमेरिका को डरा रहा है- वो टेरेरिस्ट है तो सबसे बड़ा आतंकी मैं हूं। मैं ओसामा के साथ हूं। 
- ढाका में पिछले साल एक कैफे पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें विदेशियों समेत 22 लोग मारे गए थे। आतंकियों के तार नाइक से जुड़ पाए गए थे। इसके बाद बांग्लादेश ने नाइक के ‘पीस टीवी चैनल’ को बैन कर दिया था।
 
कहां-कहां बैन, NGO पर क्या आरोप हैं?
- जाकिर का जन्म मुंबई में 18 अक्टूबर 1965 को हुआ था। उसने एमबीबीएस किया है। वो एक मुस्लिम धर्मगुरु, राइटर और स्पीकर है।
- इसके अलावा वो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन या आईआरएस का फाउंडर और प्रेसिडेंट है। नाइक पर यूके, कनाडा, मलेशिया समेत 5 देशों में बैन है। 
- जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) पर आरोप हैं कि यहां विदेशों से मिले चंदे का इस्तेमाल पॉलिटिकल, धर्मांतरण के लिए इन्सपायर करने और टेरेरिज्म फैलाने के लिए किया गया।

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