Q.विधानसभा चुनाव में कितनी बार आमने-सामने आए धूमल-वीरभद्र?
- बीजेपी ने 2 बार सीएम रहे प्रेम कुमार धूमल को चेहरा बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने 4 बार सीएम रहने वाले मौजूदा मुख्यमंत्री वीरभद्र को चेहरा बनाया है। इस बार मुकाबला धूमल v/s वीरभद्र हो गया है। 1998 से इन्हीं दो चेहरों के बीच सीएम के लिए मुकाबला हो रहा है। ये 5वीं बार है, जब ये दोनों आमने-सामने हैं।
5) कौन हैं हिमाचल चुनाव के बड़े चेहरे?
1) वीरभद्र सिंह
- हिमाचल प्रदेश के मौजूदा सीएम हैं। हिमाचल में सबसे लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। 5 बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। हालांकि, वीरभद्र सिंह और उनके परिवार पर करप्शन के आरोप भी लगे हैं। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। सीबीआई इसकी जांच कर रही है।
कब-कब रहे सीएम वीरभद्र सिंह?
- 1983-1990
- 1993-1998
- 2003-2007
- 2012-2017
2) प्रेम कुमार धूमल
- हिमाचल में बीजेपी के कद्दावर नेता। दो बार सीएम रहे। अभी हिमाचल में लीडर ऑफ अपोजिशन हैं। बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर धूमल के बेटे हैं। बीजेपी ने सीएम कैंडिडेट का एलान नहीं किया है, लेकिन धूमल इस दौड़ में आगे माने जा रहे हैं।
कब-कब रहे सीएम धूमल?
- 1998-2003
- 2008-2012
3) विक्रमादित्य सिंह
- वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। शिमला रूरल से चुनाव लड़ने के लिए उतरे हैं। वीरभद्र 2012 में इस सीट से 20 हजार वोटों से जीते थे। यहां उनका मुकाबला सीएम के करीबी प्रमोद शर्मा से है।
4) अनिल शर्मा
- केंद्रीय मंत्री सुखराम शर्मा के बेटे अनिल शर्मा ने चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली। वे मंडी से चुनाव लड़ेंगे। शर्मा वीरभद्र की सरकार में रूरल डेवलपमेंट मिनिस्टर थे। उनका मुकाबला दिग्गज कांग्रेस लीडर कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर से होगा। कांग्रेस ने चंपा ठाकुर को मंडी से कैंडिडेट घोषित किया है।
Q.कांगड़ा क्यों है किंगमेकर?
- कांगड़ा में 15 विधानसभा सीटें हैं। 1985 से 2012 तक यहां जिस पार्टी के कैंडिडेट जीते, सरकार भी उसी पार्टी की बनी। पिछले तीन चुनावों की बात करें तो 2003 में यहां की 15 सीटों में से 11 पर कांग्रेस को जीत मिली और प्रदेश में सरकार भी उसी की बनी। 2007 में बीजेपी को यहां 9 सीटें मिलीं और उसने सरकार बनाई। 2012 के इलेक्शन में कांग्रेस को 10 सीटें मिलीं, बीजेपी 3 और इंडिपेंडेंट को 2 सीटें मिली थीं।
Q.किसने कितनी रैलियां कीं?
- हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले 12 दिन चले इलेक्शन कैम्पेन में 450 से ज्यादा रैलियां हुईं। बीजेपी ने कांग्रेस से 80% ज्यादा रैलियां कीं। बीजेपी ने 197 और कांग्रेस ने 110 रैलियां कीं। बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी और आदित्यनाथ स्टार कैम्पेनर रहे। वहीं, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के अलावा, आनंद शर्मा और विप्लव ठाकुर ने कैम्पेनिंग का मोर्चा संभाला।
ये भी जानें
11वीं बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं कांग्रेस के मनसा राम। पहली बार 1967 में कारसोग से चुनाव जीते थे।
19 महिला कैंडिडेट चुनाव लड़ रही हैं। बीजेपी से 6 और कांग्रेस से 3 कैंडिडेट हैं।
158 कैंडिडेट यानी 47% उम्मीदवार करोड़पति हैं।
14,567 फीट की ऊंचाई पर लाहौल और स्पीति असेंबली सीट का हिक्किम पोलिंग स्टेशन है।
6 वोटर्स हैं किन्नौर सीट के ‘का’ पोलिंग बूथ पर।
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