Thursday, 22nd May 2025

भारत अहम पड़ोसी, रिश्ते आगे बढ़ाने को हम तैयार: अजहर पर अड़ंगे के बाद चीन

Sat, Nov 4, 2017 4:23 PM

बीजिंग. मसूद अजहर को यूएन (यूनाइटेट नेशंस) से ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने में अड़ंगा लगाने के एक दिन बाद चीन ने भारत से संबंधों को लेकर अपना रुख साफ किया है। बीजिंग ने शुक्रवार को कहा, "पाकिस्तान सपोर्टेड जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर के मुद्दे को लेकर तनाव है, इसके बावजूद हम बाइलेट्रल रिश्तों में लगातार प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।" चीन के असिस्टेंट फॉरेन मिनिस्टर चेन शियाडॉन्ग ने मीडिया से बातचीत में यह कमेंट किया। उन्होंने यह भी कहा, "नई दिल्ली के साथ अपने रिश्तों को चीन बहुत ज्यादा महत्व देता है। भारत हमारा एक अहम पड़ोसी है।" प्रेसिडेंट जिनपिंग ने तैयार की है नेबरहुड डिप्लोमैसी...

 
 
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक चेन शियाडॉन्ग ने कहा, "चीन ने नए युग में अपनी खासियतों के साथ नेबरहुड डिप्लोमैसी के तहत अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है। इसका खाका सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) की हाल ही में हुई कांग्रेस के दौरान प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने खींचा है।"
- चेन ने कहा, "बीजिंग पड़ोसी देशों से सहयोग और गहरे राजनीतिक भरोसे पर पिछले कुछ सालों से इस कॉन्सेप्ट और विजन को फॉलो कर रहा है ताकि संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके।"
 
चीन ने चौथी बार लगाया अड़ंगा
 
- चीन ने पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने के मुद्दे पर गुरुवार को चौथी बार भारत, अमेरिका और अन्य देशों की कोशिशों को झटका दिया। बीजिंग ने इन देशों के प्रपोजल पर रुकावट पैदा की और कहा कि पाबंदी लगाने वाली कमेटी के मेंबर्स के बीच इस मसले पर सहमति नहीं बन सकी है।
- बता दें कि चीन पिछले 2 साल से मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने की भारत की कोशिशों में रुकावट पैदा कर रहा है। पिछले साल मार्च में चीन 15 देशों की सदस्यता वाली यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में इकलौता देश था जिसने भारत के एप्लिकेशन पर रोक लगाई थी, जबकि बाकी 14 सदस्य देश अजहर मसले पर भारत के पक्ष में थे।
 
दोहरा मापदंड आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर करेगा: भारत
- अजहर पर चीन की रुकावट पर भारत ने सख्त जवाब दिया है। इंडियन फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा, सीमित मकसदों के लिए आतंकवाद से सहयोग करना सही नजरिया नहीं है। यह दोनों देशों के लिए नुकसानदायक है।" 
- "एक आतंकवादी के लिए एक अकेला देश अंतरराष्ट्रीय सहमति बनने से रोक रहा है, ये जानकर हमें फिर निराशा हुई। हमारा मानना है कि दोहरे मापदंड आतंकवाद के खिलाफ अंतराष्ट्रीय लड़ाई को कमजोर करेंगे।"
 
चीन के फॉरेन मिनिस्टर दिसंबर में भारत आएंगे
- ऑफिशियल्स ने बताया कि चीन के फॉरेन मिनिस्टर वांग यी अगले महीने दिसंबर में भारत जाएंगे। वे वहां रूस, भारत, चीन (RIC) के फॉरेन मिनिस्टर्स की मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वांग, जिनपिंग के दूसरे टेन्योर में भारत से बाइलैट्रल रिलेशन पर भी बात करेंगे। 
- बता दें कि हाल ही में डोकलाम मुद्दे को लेकर भी चीन-भारत के बीच 73 दिनों तक गतिरोध रहा था। सिक्किम के डोकलाम में चीन एक सड़क बना रहा था, जिस पर भारत को एतराज है। डोकलाम पर भूटान दावा करता है और नई दिल्ली इसका सपोर्ट करता है।

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