व्यापमं महाघोटाला: एफबीआई से मिले क्लू के जरिए 88 स्कोरर्स तक पहुंची सीबीआई
Thu, Nov 2, 2017 6:47 PM
भोपाल.व्यापमं महाघोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने आरोपियों की पहचान के लिए अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टीगेशन (एफबीआई) की भी मदद ली है। एफबीआई ने ही व्यापमं के 88 से ज्यादा स्कोरर्स की पहचान की है। सीबीआई की मुश्किल यह थी कि स्कोरर्स ने परीक्षा फॉर्म में अपनी फोटो लगाकर गलत नाम व पते लिखे थे। सीबीआई की मुश्किल यह थी कि सिर्फ फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान कैसे की जाए? इसके लिए सीबीआई ने पहले तो इनाम घोषित किया, लेकिन सुराग नहीं मिलने पर एफबीआई से संपर्क किया।
- एफबीआई को एमपी, राजस्थान, बिहार, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र के 50 हजार से ज्यादा मेडिकल छात्रों का डाटा भेजा गया। एफबीआई ने ही सीबीआई को 200 से ज्यादा छात्रों के क्लू दिए। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि इसके लिए एफबीआई को 10 लाख रुपए से ज्यादा भुगतान हुआ है।
- मंगलवार को पीएमटी 2013 में सीबीआई ने जिन 490 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की, उसमें 88 स्कोरर्स हैं। इनमें से ज्यादातर ने परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षा फॉर्म में फोटो तो अपने लगाए थे, लेकिन पता कहीं और का दिया था। एसटीएफ भी इनका पता नहीं लगा पाई थी।
एफबीआई ने जिसे संदिग्ध बताया, उसका थंब इंप्रेशन लिया
- सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि एफबीआई ने यहां से भेजे गए 50 हजार छात्रों के डेटा के साथ संदिग्ध 150 छात्रों के डेटा का मिलान किया। 50 हजार छात्रों के डेटा में ज्यादातर मेडिकल स्टूडेंट थे। एफबीआई ने दोनों फोटो का मिलान कर संदिग्ध छात्रों की रिपोर्ट सीबीआई को भेजी।
- सीबीआई ने एफबीआई की रिपोर्ट के आधार पर उन चेहरों के थंब इंप्रेशन लिए। फिर उसका मिलान परीक्षा फॉर्म से किया। इसी आधार पर ज्यादातर आरोपियों की पहचान हुई।
चार्जशीट पीएमटी-13 में अभी और आरोपी बनेंगे... जांच चल रही है
- सीबीआई ने कोर्ट को बताया है कि पीएमटी 2013 में अभी जिन 490 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश हुई है, उसके बाद भी जांच चल रही है। इसमें अभी कुछ और आरोपियों के खिलाफ सुराग जुटाए जा रहे हैं। इसमें कुछ मिडिलमैन भी शामिल हैं। 31 अक्टूबर को चार्जशीट पेश इसलिए की गई क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को 31 अक्टूबर तक व्यापमं से जुड़े मामलों में चार्जशीट पेश करने के आदेश दिए थे।
लगेगा 15 दिन का वक्त 490 आरोपी को देंगे 24 लाख पेज
- सीबीआई ने कोर्ट को बताया है कि इस मामले में 490 आरोपियों को एक ही दिन में चार्जशीट की कापी देना संभव नहीं है। इसके लिए कोर्ट से अतिरिक्त समय मांगा है। सीबीआई का तर्क है कि एक-एक आरोपी को पांच हजार पेज की चार्जशीट देने के लिए उन्हें 24 लाख से ज्यादा पेज फोटोकॉपी कराने होंगे। इसमें 15 दिन से ज्यादा वक्त लगेगा। इसके बाद ही आरोपियों को चार्जशीट दी जा सकेगी।
डेडलाइन बीती... 15 केस ऐसे जिनमें अभी भी पूरी नहीं हुई है जांच
- सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन बीतने के बाद भी सीबीआई ने अब तक भर्ती परीक्षाओं के मामले में चार्जशीट पेश नहीं की है। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने में वक्त लग रहा है। दिसंबर से जनवरी के बीच ही बाकी मामलों में चार्जशीट पेश की जा सकेगी। 15 जुलाई 2015 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद व्यापमं घोटाले की जांच शुरू करने वाली सीबीआई के सामने स्कोरर्स की कड़ी को जोड़ना ही सबसे बड़ी चुनौती थी।
- सीबीआई के एक शीर्ष अधिकारी कहते हैं कि हमारे लिए सबसे अहम था केस की कड़ियां जोड़ना। जब तक स्कोरर्स का ठिकाना नहीं मिल जाता, हम कड़ियां जोड़ने में नाकाम रहते। पीएमटी 2013 के अलावा अन्य मामलों में भी स्कोरर्स की पहचान करने में सीबीआई ने विदेशी एजेंसी की मदद ली है।
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