Friday, 23rd May 2025

योगी आदित्यनाथ ताजमहल पहुंचे, झाड़ू लगाई; परिसर में जय श्रीराम के नारे लगे

Thu, Oct 26, 2017 5:47 PM

आगरा/ लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को एक दिन के दौरे पर आगरा पहुंचे। सबसे पहले वे ताजमहल के पश्चिमी गेट गए। यहां उन्होंने झाड़ू लगाई और शहर में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। ताजमहल पहुंचते यहां बीजेपी समर्थकों ने योगी-योगी और जय श्रीराम के नारे लगाए। बता दें कि ताजमहल पर विवाद बढ़ने के बाद योगी के इस दौरे को डैमेज कंट्रोल माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि विवाद को खत्म करने के लिए इस दौरे को प्लान किया गया। बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा था कि ताजमहल को बनवाने वाले ने अपने पिता को कैद किया था और अपने राज में बहुत से हिंदुओं का सर्वनाश किया था। सीएम बनने के बाद योगी की पहली आगरा विजिट...
 
- 26 अक्टूबर को योगी लखनऊ से हेलिकॉप्टर से आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने कछपुरा और मेहताब बाग पर प्रो-पुवर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की नींव रखी। 
- योगी ने आगरा फोर्ट से ताजमहल के बीच रिवाइटलाईजेशन ऑफ शाहजहां पार्क और टूरिस्ट वॉक-वे का शिलान्यास और इंस्पेक्शन किया। 
- इसके बाद उन्होंने ताजमहल परिसर में झाड़ू लगाई। योगी ने यमुना नदी पर रबर बैराज बनाए जाने की घोषणा की। इसके अलावा उन्होंने वहां प्रस्तावित रबर चैक डैम मॉडल का इंस्पेक्शन भी किया।
- योगी ताज प्रोजेक्ट का रिव्यू भी करेंगे। दरअसल, ताज प्रोजेक्ट वर्ल्ड बैंक की मदद से चलने वाले वह प्रोजेक्ट हैं, जिससे ताजमहल के आसपास के इलाके का डेवलपमेंट हो सके। ताजमहल से लेकर आगरा किले तक दो किमी के रास्ते पर कॉरिडोर बनाने की बात की गयी थी। इस कॉरिडोर में शॉपिंग-टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, एम्यूजमेंट पार्क और रेस्त्रां बनाए जाने हैं।
 

अखिलेश ने ट्वीट कर योगी पर तंज कसा

- योगी के आगरा पहुंचते ही पूर्व सीएम अखिलेश ने ट्वीट कर तंज कसा। उन्होंने लिखा- 'ये प्यार का तीर्थ, यहां भी आते रहना।' इस ट्वीट को कई लोगों ने पसंद किया और करीब 1 घंटे में 3000 से ज्यादा लोगों ने पसंद किया। वहीं, करीब 500 से ज्यादा लोगों ने रिट्वीट किया।
 

ताजमहल पर विवादित बयान

- इसी महीने सबसे पहले बीजेपी एमएलए संगीत सोम ने बयान दिया, "अब बीजेपी की सरकार है, यह देश के इतिहास से बाबर, अकबर और औरंगजेब की कलंक कथा को निकालने का काम कर रही है। देश का इतिहास बिगड़ा हुआ था, उसे सुधारने का काम बीजेपी कर रही है। इतिहास में आक्रमणकारियों को गौरवान्वित किया गया है।"
- "कुछ राजनैतिक लोग सिर्फ वोट की वजह से औरंगजेब के नाम पर रोड का नाम रखने का काम करते हैं। वोटों की खातिर इतिहास में औरंगजेब और बाबर का नाम राजनीतिज्ञ लेकर आए, ये दुर्भाग्य की बात है।"
- इसके बाद AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया, "लाल किले को भी गद्दारों ने बनाया था, क्या मोदी इस पर तिरंगा फहराना बंद कर देंगे? क्या मोदी और योगी डोमेस्टिक और फॉरेन टूरिस्ट्स को ताज महल जाने से रोक सकते हैं।"
 
ताज महल को लेकर क्या है विवाद?
- हाल ही में यूपी की टूरिज्म मिनिस्ट्री से जारी बुकलेट में कुशीनगर और गोरखनाथ मंदिर जैसे कई स्थानों को शामिल किया गया, लेकिन ताज महल का जिक्र नहीं किया गया। इस पर वि‍वाद शुरू हो गया।
- विवाद के बाद यूपी टूरिज्म के डायरेक्टर अवनीश अवस्थी ने कहा, ''बुकलेट में सिर्फ उन कामों का जिक्र है, जो यूपी सरकार उन जगहों पर करवा रही है या आगे करवाने वाली है।''
- मामले को बढ़ता देख यूपी की टूरिज्म मिनिस्टर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आगरा के ताज महल समेत राज्य के कल्चरल हेरिटेज का पूरी तरह डेवलपमेंट सरकार की प्रायोरिटी है। ताज महल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और विश्व विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक है। इस बुकलेट में पर्यटन विभाग की अन्य महत्वपूर्ण परियोजना शीर्षक के तहत (पेज संख्या-5) आगरा और ब्रज के विकास का जिक्र किया गया है।''
- रीता ने कहा, ''आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डेवलप कराया जा रहा है। इन कोशिशों से पर्यटन के मानचित्र पर आगरा को एक नई पहचान मिलेगी।'' उन्होंने कहा कि पर्यटन की वेबसाइट पर ताज महल सबसे ऊपर दिखता है।
- वहीं, विवाद के बाद 2018 के लिए योगी सरकार ने हेरिटेज कैलेंडर में भी ताज महल को शामिल किया।
 

योगी ने कहा था- भारत माता के सपूतों के खून और पसीने से बना है ताज महल

- 17 अक्टूबर को गोरखपुर में सीएम योगी ने कहा था, ''यह महत्व नहीं रखता कि इसे (ताजमहल) किसने और क्यों बनवाया। यह भारत माता के सपूतों के खून-पसीनों से बना है। इसकी सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से आगे के विकास की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश सरकार की है।'' 
- ''ताज महल हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है, खासकर टूरिस्ट्स के लिए। हमारी प्राथमिकता यही है कि वहां सुविधाएं हों और टूरिस्ट सुरक्षित रहें।''
 

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